मोहन यादव MP के 31वें मुख्यमंत्री, 19वां चेहरा; जानिए अब तक मध्य प्रदेश में कौन-कौन सीएम रहा...
मोहन यादव ने बुधवार को एमपी के सीएम के पद की शपथ ग्रहण की है। मध्य प्रदेश में अब तक 30 मुख्यमंत्री रह चुके हैं, चेहरे की बात करें तो कुल 18 लोग इस पद को संभाल चुके हैं। आइये जानते हैं कि एमपी में अब तक कौन-कौन सीएम रहा।
List of chief ministers of Madhya Pradesh: मोहन यादव ने बुधवार को एमपी के सीएम के पद की शपथ ग्रहण की है। मध्य प्रदेश में अब तक 30 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं, चेहरे की बात करें तो कुल 18 लोग इस पद को संभाल चुके हैं। आइये जानते हैं कि एमपी में अब तक कौन-कौन सीएम रहा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री के क्रम को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। रीवा रियासत डॉट कॉम ने मध्य प्रदेश के गठन से अब तक के सीएम के क्रम की पड़ताल की तो सामने आया कि डॉ. मोहन यादव राज्य के 31वें मुख्यमंत्री हैं, जबकि 19वें सीएम फेस हैं। कैसे? आइए जानते हैं...।
डॉ. मोहन यादव 31वें मुख्यमंत्री कैसे हुए?
दरअसल, किसी ने एक बार शपथ ली तो उसे एक बार सीएम गिना जाएगा। उसी नेता ने दूसरी बार शपथ ली तो दूसरी बार सीएम गिना जाएगा, इसी तरह तीसरी बार शपथ लेने पर तीसरी बार सीएम काउंट होगा। क्योंकि चेहरा एक है। ऐसे में डॉ. मोहन 31वें सीएम ही कहे जाएंगे।
इसका दायित्व कितने चेहरे निभा चुके हैं?
इस पद का दायित्व 18 नेता निभा चुके हैं। इनमें रविशंकर शुक्ल से लेकर कमलनाथ तक शामिल हैं। डॉ. मोहन यादव 19वां चेहरा हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सूची...
क्रम | मुख्यमंत्री का नाम | कब से कब तक | पार्टी |
1 | रविशंकर शुक्ल | जनवरी 1950 से अक्टूबर 1952 तक | कांग्रेस |
2 | भगवंत राव मंडलोई | 9 जनवरी 1957 से 31 जनवरी 1957 तक | कांग्रेस |
3 | कैलाश नाथ काटजू | जनवरी 1957 से मार्च 1962 तक | कांग्रेस |
4 | भगवंत राव मंडलोई | मार्च 1962 से सितंबर 1963 तक | कांग्रेस |
5 | द्वारका प्रसाद मिश्रा | सितंबर 1963 से जुलाई 1967 तक | कांग्रेस |
6 | गोविंद नारायण सिंह | जुलाई 1967 से मार्च 1969 तक | कांग्रेस |
7 | नरेश चन्द्र सिंह | 13 मार्च 1969 से 26 मार्च 1969 तक | कांग्रेस |
8 | श्यामा चरण शुक्ल | मार्च 1969 से जनवरी 1972 तक | कांग्रेस |
9 | प्रकाश चंद्र सेठी | जनवरी 1972 से मार्च 1972 तक | कांग्रेस |
10 | प्रकाश चंद्र सेठी | मार्च 1972 से दिसंबर 1975 तक | कांग्रेस |
11 | श्यामा चरण शुक्ल | दिसंबर 1975 से अप्रैल 1977 तक | कांग्रेस |
12 | कैलाश चंद्र जोशी | जून 1977 से जनवरी 1978 तक | जनता पार्टी |
13 | वीरेंद्र कुमार सकलेचा | जनवरी 1978 से जनवरी 1980 तक | जनता पार्टी |
14 | सुंदरलाल पटवा | 20 जनवरी 1980 से 17 फरवरी 1980 तक | जनता पार्टी |
15 | अर्जुन सिंह | जून 1980 से मार्च 1985 तक | कांग्रेस |
16 | अर्जुन सिंह | 11 मार्च 1985 से 13 मार्च 1985 तक | कांग्रेस |
17 | मोतीलाल वोरा | मार्च 1985 से फरवरी 1988 तक | कांग्रेस |
18 | अर्जुन सिंह | फरवरी 1988 से जनवरी 1989 तक | कांग्रेस |
19 | मोतीलाल वोरा | जनवरी 1989 से दिसंबर 1989 तक | कांग्रेस |
20 | श्यामा चरण शुक्ल | दिसंबर 1989 से मार्च 1990 तक | कांग्रेस |
21 | सुंदरलाल पटवा | मार्च 1990 से दिसंबर 1992 तक | भाजपा |
22 | दिग्विजय सिंह | दिसंबर 1993 से दिसंबर 1998 तक | कांग्रेस |
23 | दिग्विजय सिंह | दिसंबर 1998 से दिसंबर 2003 तक | कांग्रेस |
24 | उमा भारती | दिसंबर 2004 से अगस्त 2004 तक | भाजपा |
25 | बाबूलाल गौर | अगस्त 2004 से नवंबर 2005 तक | भाजपा |
26 | शिवराज सिंह चौहान | नवंबर 2005 से दिसंबर 2008 तक | भाजपा |
27 | शिवराज सिंह चौहान | दिसंबर 2008 से दिसंबर 2013 तक | भाजपा |
28 | शिवराज सिंह चौहान | दिसंबर 2013 से दिसंबर 2018 तक | भाजपा |
29 | कमलनाथ | दिसंबर 2018 से मार्च 2020 तक | कांग्रेस |
30 | शिवराज सिंह चौहान | मार्च 2020 से दिसंबर 2023 तक | भाजपा |
31 | मोहन यादव** | वर्तमान पदस्थ | भाजपा |
मध्य प्रदेश मे सबसे कम समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री
मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पण्डित रविशंकर शुक्ल थे, ये कांग्रेस पार्टी से सम्बंधित थे। मध्यप्रदेश मे सबसे कम समय अवधि तक मुख्यमंत्री का कार्यभार सम्भालने वाले मुख्यमंत्री नरेश चन्द्र सिंह है, ये कुल 12 दिन तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे है। ये वर्तमान छत्तीसगढ के पुसौर विधानसभा सीट से चुन कर आये थे।
मध्य प्रदेश मे सबसे अधिक समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री
इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश मे सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला है, ये 13 साल 17 दिन तक लगातार मुख्यमंत्री पर पर बने रहे है। शिवराज के पहले यह रिकार्ड कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह के पास था, दिग्विजय ने मुख्यमंत्री के रूप मे 10 वर्षो कार्यभार को संभाला है जो कि मध्य प्रदेश के राधौगढ़ विधानसभा सीट से चुने गये थे