देश के 50 लाख से ज्यादा गरीब, जरूरतमन्द परिवारों को मदद पहुंचाएगी 'दान पात्र'
ठंड के इन दिनों में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास न तो सिर छुपाने के लिए ठिकाना है और न ही रात काटने के लिए जगह। मजबूरी में वह आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। जिनकी मदद के लिए ‘दान पात्र‘ संस्था ने स्पेशल मिशन प्रारंभ किया है।
ठण्ड धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगी है। इससे बचने के लिए लोग गरम लबादों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिए हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास न तो सिर छुपाने के लिए ठिकाना है और न ही रात काटने के लिए जगह। मजबूरी में वह सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। जिनकी मदद के लिए 'दान पात्र' संस्था ने स्पेशल मिशन प्रारंभ किया है। जिसमें ठंड के इन दिनों में फुटपाथियों व बेसहारा, गरीब लोगों को गरम कपड़े वितरित किए जाएंगे। देश के 50 लाख से अधिक गरीबों व जरूरमतमंदों को निःशुल्क सामान व गरम कपड़े पहुंचाया जाना संस्था का लक्ष्य है।
दान पात्र का मिशन 50 लाख
कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे रात बिताने वाले लोगों को गरम कपड़े मिलना किसी संजीवनी से कम नहीं है। ऐसा ही कुछ कर रही दान पात्र संस्था। ठंड में रात गुजारने वाले बेसहारा लोगों तक मदद पहुंचाने के उद्देश्य से इस साल संस्था द्वारा ठंड से राहत के लिए मिशन 50 लाख नाम से विशेष अभियान प्रारंभ किया गया है। जिसके जरिए जरूरतमंदों, गरीब, बेसहारा लोगों को निःशुल्क रूप से गरम कपड़े व अन्य जरूरत का सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। इस बार देश में यह अभियान 26 नवंबर से प्रारंभ किया गया है। जो कि 26 फरवरी तक चलाया जाएगा। इंदौर के साथ ही अयोध्या, मथुरा, बिहार, उज्जैन, भोपाल, अहमदाबाद, जबलपुर, ओडिशा, सूरत सहित अन्य शहरों में चलाकर जरूरतमंदों को मदद पहुंचाई जा रही है।
यह है दान पात्र
दान पात्र संस्था द्वारा घरों में उपयोग न आने वाले सामानों जैसे कपड़े, खिलौने, किताबें, इलेक्ट्रानिक्स आइटम, फर्नीचर, जूते, बर्तन आदि कलेक्ट कर उन्हें उपयोग लायक बनाया जाता है। जिसे जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाया जाता है। देश भर में काम कर रही संस्था दान पात्र से लगभग 35 हजार वॉलेंटियर्स जुड़े हुए हैं। जो अपना सहयोग प्रदान करते हैं। संस्था दान पात्र एक ऑनलाइन निःशुल्क एप के माध्यम से काम करती है। संस्था द्वारा अलग-अलग शहरों में सेंटर भी बनाए गए हैं जहां कोई आकर या एप के माध्यम से सामान डोनेट कर सकता है। संस्था द्वारा जरूरतमंदों और गरीबों की मदद के साथ ही निःशुल्क शिक्षा के माध्यम से बच्चों व महिलाओं को शिक्षित करने का भी काम किया जा रहा है। संस्था का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड व बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ कई रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया जा चुका है।