अजब गजब: MP के सागर मे पुरुष के पेट में 4 माह का गर्भ बताकर डॉक्टर ने किया रेफर, मचा हड़कंप

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

Update: 2021-09-02 09:39 GMT

Sagar / सागर। रोगियों का इलाज सरकारी अस्पताल में कितनी गंभीरता से किया जाता है इसका जीता जागता उदाहरण सागर जिले के जिला अस्पताल (Sagar District Hospital) का सामने आया है। सड़क हादसे में घायल युवक इलाज कराने गया। जिसे सागर जिला चिकित्सालय के डाक्टर ने जांच करते हुए पर्चे पर 4 माह का प्रेग्नेंसी दर्ज करते हुए बीएमसी के लिए रेफर कर दिया। लेकिन बीएमसी के डाक्टरों ने जब युवक का पर्चा देखा तो वह दंग रह गये। बाद में युवक का इलाज बीएमसी में किया गया।

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार सागर निवासी उमराव आठिया उम्र 30 वर्ष मंगलवार को सड़क हादसे में घायल हो गये थे। वह इलाज करवाने जिला चिकित्सालय गये। जहां बिना जांच किए उमराव के पर्चे पर 4 माह की प्रेग्नेंसी दर्ज कर दी। साथ ही उमराव को बीएमसी के लिए रेफर कर दिया।

बीएमसी के डाक्टर हो ये हैरान

बताया जाता है कि जैसे ही युवक उमराव पर्चा लेकर बीएमसी के आकसमिक चिकित्सा विभाग में पहुचे वहां के डाक्टरों ने पर्चा पकड़ते ही हैरान हो गये। बताया जाता है कि पहले तो वह काफी देर तक उमराव की ओर देखते रहे। लेकिन बाद में हंस पडे और उमराव को पर्चे पर लिखी बात बताई।

ड्यिटी डाक्टर का नोटिस जारी

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन के संज्ञान में मामला आते ही उन्होने जानकारी ली। साथ ही ड्यिटी पर रहे डाक्टर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही उन्हो बताया कि पर्चा अदला बदली हो जाने से उपचार लिखने में धोखा हो गया है।

साथ ही सिविल सर्जन ने बताया कि हादसे में घायल उमराव और सुखवंती पहुंचे थे। डाक्टर ने सुखवंती का इलाज उमराव के पर्चे पर लिख दिया। जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है।

बताया जाता है जिला चिकित्साल सागर में आये दिन लापरवाही के मामले सामने आते है। लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने से सुधार नही हो रहा है। रोगियों के जिला अस्पताल में तरह-तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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