शादी के लिए क्यों जरूरी होता है गोत्र अलग होना, पढ़िए जरूरी खबर
हिन्दू धर्म की माने तो हिन्दुओं में ऐसे बहुत सारे बिंदु है जिसकी जानकरी होना बहुत जरूरी होता है. विवाह लड़की-लड़के का संगम ही नहीं होती ये जिंदगी का खुशनुमा पल होती है. शादी से पहले लड़की-लड़के की कुंडली और गोत्र मिलाना हिन्दू धर्म में बहुत जरूरी होता है.
ऐसा माना जाता है कि लड़का-लड़की का एक गोत्र होना बहुत अशुभ होता है। यही वजह है कि शादी से पहले ये जरूर देखा जाता है कि दोनों का गोत्र अलग हो।
अगर आपको गोत्र का अर्थ बताया जाए तो, इसका अर्थ है गौ, गोरक्षा और गोरक्षक। इससे पता चलता है कि आप किस मूलपिता, मूल परिवार से ताल्लुक रखते हैं। बता दें कि भारत में 4 वर्ण होते हैं- ब्राहण, क्षत्रिय, वैश्य और दलित।
माना जाता है कि गोत्र एक होने से पती-पत्नी के बीच समस्याएं और अनबन रहती है। वहीं, एक ही गोत्र में शादी करने के बाद उनके बच्चों को भी परेशानियां होती है।