सतुआन संक्रांति: आज बनाए स्वादिष्ट सत्तू का लड्डू
आयुर्वेद के अनुसार गर्मियों में सत्तू का सेवन करना स्वास्थ्यवर्धक और औषधीय गुण वाला होता है।
सतुआन संक्रांति: भारत में 14 और 15 अप्रैल को सतुआन (Satuan sankranti recipe) संक्रांति मनाया जाता है। हमारे भारतीय संस्कृति में खानपान का बहुत बड़ा महत्व स्वास्थ्य से जोड़कर देखा जाता है। इसलिए हर त्यौहार अपने खास परंपरा के अनुसार मनाया जाता है। त्योहारों का मकसद यही है कि मौसम के अनुसार जीवन शैली बदलना और खान-पान पर विशेष ध्यान रखकर हमेशा खुश रहना है। सत्तू संक्रांति आज है। इस दिन सूर्य देव मेष राशि पर परिवर्तन करते है इसलिए इस दिन की संक्रांति को सतुआन संक्रांति कहा जाता है। प्राचीन समय से ही सत्तू खाने की परंपरा भारत में रही है। आयुर्वेद के अनुसार गर्मियों में सत्तू का सेवन करना स्वास्थ्यवर्धक और औषधीय गुण वाला होता है। तो इसी कड़ी में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि स्वादिष्ट और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद सत्तू का लड्डू कैसे बनाएं।
सत्तू का लड्डू बनाने सामग्री (sattu special laddu)
सत्तू - 2 कप (250 ग्राम)
पीसी चीनी यानि बूरा या चीनी पाउडर- डेढ़ कप (200 - 250 ग्राम)
घी - एक कप (200 ग्राम)
छोटी इलायची - 6-8
पिस्ते - 9-10
काजू - 20-25
बादाम - 20-25
सत्तू के लड्डू बनाने का पारंपरिक तरीका (Traditional Way Of Making Sattu Ladoo)
- कढ़ाई आंच पर रखिए। इसमे घी डलिए। घी को गरम होने के बाद, अब सत्तू को डालकर लगातार चलाते हुए धीमी आंच में भूनिए।
-लगभग 5 मिनट में सत्तू अच्छे से भुन जाता है। अब आंच बंद कर दीजिए। मिश्रण को बर्तन में निकाल लीजिए। ठंडा होने के लिए रख दीजिए।
-अब आप काजू, बादाम, पिस्ते के बारीक छोटे-छोटे टुकड़े काट लीजिए और इलायची को पाउडर कर के डाल दीजिए।
- भुने हुए सत्तू में अच्छे से चीनी मिलाइए। अब घी की मदद से गोल-गोल लड्डू का शेप दीजिए।
-एक-एक करके सभी लड्डू बना लीजिए और इसे रखकर जब जी चाहे तब खाइए।
- ध्यान दीजिएगा कि गरम सत्तू में चीनी नहीं मिलाया जाता है। नहीं तो मिश्रण पतला हो जाता है ।
-और लड्डू बांधना मुश्किल हो जाता है। चीनी तभी मिलाइए जब सत्तू ठंडा हो जाए। इसे आप 1 महीने तक रख कर खा सकते हैं।