सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल पहुंचाएं मिलेंगे ₹5000
Good Samaritan Yojana: यदि आप दुर्घटना या हादसे में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाते हैं तो सरकार की तरफ से आपको पांच हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी।
Good Samaritan Yojana: सड़क हादसा होने पर वहां से निकलने वाले राहगीर अक्सर तमाशबीन बन जाते हैं। उन्हें यह परवाह नहीं होती कि घायल पर क्या गुजर रही होगी। इतना ही नहीं अक्सर लोग ऐसे मौकों पर वीडियो बनाने से भी परहेज नहीं करते। जबकि सर्वप्रथम लोगों का यह कर्तव्य होना चाहिए कि वह घायलों को तत्काल उपचार मुहैया कराने के लिए उसे अस्पताल तक पहुंचाए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल तक पहुंचाने में उनका कोई नुकसान नहीं होता बल्कि उन्हें अब फायदा भी मिल सकता है। आपको यह नहीं मालूम होगा कि केन्द्र सरकार ने गुड सेमेरिटन योजना प्रारंभ की है। जिसके तहत यदि आप दुर्घटना या हादसे में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाते हैं तो सरकार की तरफ से आपको पांच हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी।
प्रचार-प्रसार नहीं होने से योजना से हैं अनजान
ट्रैफिक विशेषज्ञों की मानें तो गुड सेमेरिटन योजना केन्द्र सरकार द्वारा प्रारंभ की गई एक महत्वपूर्ण योजना है। पांच वर्ष की अवधि के लिए लागू इस योजना के लिए करोड़ों रुपए का बजट भी निर्धारित किया गया है। किन्तु इस योजना का प्रचार-प्रसार न होने के कारण योजना से अभी तक लोग अनजान बने हुए हैं। गुड सेमेरिटन योजना के तहत सरकार द्वारा उन सभी अच्छे नागरिकों को पांच हजार रुपए की नकद राशि प्रदान करती है जो कि सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल पहुंचाते हैं जिससे घायल की जान बचने के साथ ही पीड़ित को अस्पताल तक पहुंचाने वाले का भी मनोबल बढ़ता है।
मदद न करने की यह भी है वजह
सूत्रों का कहना है कि अधिकतर मामलों में लोग पुलिस के पचड़े में फंसने के डर से घायल की मदद करने से परहेज करते हैं। जिसके चलते हादसे में घायल को समय पर उपचार नहीं मिल पाता और उसकी मौत तक हो जाती है। कई बार ऐसे मामले भी प्रकाश में आए हैं कि घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले पर ही दोष मढ़ने की कोशिश की जाती है। हालांकि इस तरह के मामले पर संज्ञान हेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश जारी किया है जिसमें घायलों की मदद करने वाले को परेशान नहीं करने को कहा गया है। इसके बावजूद लोगों में यह भय बना रहता है कि कहीं वह कानूनी पचड़े में न फंस जाएं जिससे वह घायलों की मदद करने से हिचकचाते हैं।
गुड सेमेरिटन योजना क्या है?
सड़क हादसों में होने वाली मौतों को कम करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा गुड सेमेरिटन (नेक आदमी) योजना को मध्यप्रदेश में भी लागू किया गया है। जिसके तहत पीड़ितों को स्वर्ण घंटे यानी गोल्डन ऑवर में (शुरुआती बेशकीमती समय में पीड़ितों के अस्पताल पहुंचाए जाने पर उसकी जान बचने की गुंजाइश होती है) के अंदर अस्पताल पहुंचाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है। हादसे में घायल को एक घंटे के भीतर अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर ले जाकर उसकी जान बचाने वाले को पांच हजार रुपए का इनाम इस योजना के तहत प्रदान किया जाता है।