गौतम अडाणी पर न्यूयार्क में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का आरोप: कॉन्ट्रैक्ट के लिए भारतीय अधिकारियों को ₹2200 करोड़ की रिश्वत ऑफर की, अडाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट
न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में अडाणी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडाणी समेत आठ अन्य लोगों पर अरबों की धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं। अमेरिकी निवेशकों की सहभागिता वाले इस मामले में अडाणी ग्रुप पर सौर ऊर्जा परियोजना के ठेकों के लिए रिश्वत देने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
नई दिल्ली / न्यूयॉर्क – न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में बुधवार को हुई सुनवाई में अडाणी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडाणी और उनके 7 अन्य सहयोगियों पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट के कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त करने के लिए रिश्वत देने और विदेशी निवेशकों को धोखा देने के आरोप लगे हैं। यह मामला अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से संबंधित है, जिसमें भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (लगभग 2200 करोड़ रुपए) की रिश्वत देने की योजना के आरोप हैं। इस खबर के बाद अडाणी ग्रुप के सभी 10 शेयरों में गिरावट देखी गई है। अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर में सबसे ज़्यादा 21.73% की गिरावट आई है।
आरोपी कौन-कौन हैं?
आरोपियों में गौतम अडाणी के अलावा सागर अडाणी, जो कि गौतम के भतीजे हैं और अडाणी ग्रीन एनर्जी में प्रमुख भूमिका निभाते हैं, के साथ अन्य अधिकारियों में विनीत एस जैन, रंजीत गुप्ता, साइरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल शामिल हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, ये सभी लोग अडाणी ग्रीन एनर्जी और इससे जुड़ी योजनाओं में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। इन पर विदेशी निवेशकों और बैंकों को धोखे में रखकर गलत जानकारी देकर फंड जुटाने का भी आरोप है।
अमेरिकी अदालत में मामला क्यों?
इस मामले को न्यूयॉर्क कोर्ट में दर्ज किए जाने का कारण अमेरिकी निवेशकों की सहभागिता है, जिनके धन का उपयोग रिश्वत के लिए किया गया, जो अमेरिकी कानून के तहत अपराध है।
अडाणी ग्रुप का ग्रीन एनर्जी विस्तार और विवाद
अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के पास 20 गीगावाट से अधिक का क्लीन एनर्जी पोर्टफोलियो है, और यह कंपनी 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादक बनने की योजना बना रही है। सागर अडाणी, जिन्होंने ब्राउन यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई की है, इस ग्रुप में 2015 से सक्रिय हैं और ऊर्जा व वित्तीय परियोजनाओं को संभाल रहे हैं।
हालांकि, अडाणी ग्रुप के खिलाफ कई विवाद भी सामने आए हैं। हाल ही में अमेरिकी एजेंसी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग और शेयरों में हेरफेर जैसे आरोप लगाए थे। इस रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी।
कांग्रेस ने JPC से जांच की मांग
अमेरिका में गौतम अडाणी और अन्य पर लगे इन आरोपों के बाद भारत में कांग्रेस पार्टी ने एक जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) द्वारा जांच की मांग की है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच आवश्यक है।
अडाणी ग्रुप के शेयरों में गिरावट
इस खबर के बाद अडाणी ग्रुप के सभी 10 शेयरों में गिरावट देखी गई है। अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर में सबसे ज़्यादा 21.73% की गिरावट आई है।
अडाणी ग्रुप की प्रतिक्रिया
अडाणी ग्रुप ने इन आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि उनके सभी कार्य पारदर्शिता के साथ किए गए हैं। कोर्ट में चल रहे इस मामले पर ग्रुप ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन यह जरूर स्पष्ट किया है कि कंपनी का फोकस अपनी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर रहेगा और निवेश के माध्यम से अपने लक्ष्यों को हासिल करेगा।