India's GDP: 2014 में देश की जीडीपी 2 ट्रिलियन डॉलर थी, 2023 में ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा जैसे देशों को पछाड़ हम $3.75 ट्रिलियन पहुंचे; जानिए कैसे मजबूत हो रही भारतीय अर्थव्यवस्था
India's GDP: भारतवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. देश की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 3.75 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गई है.
India's GDP: भारतवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. देश की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 3.75 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गई है. 2014 में ये लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर थी. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ऑफिस ने ट्वीट के जरिए यह जानकारी साझा की है. हमने मौजूदा जीडीपी में ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, रूस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को पछाड़ दिया है.
सीतारमण के ऑफिस से हुए ट्वीट में लिखा गया है कि, "भारत दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. भारत को अब ग्लोबल इकोनॉमी में ब्राइट स्पॉट (Bright Spot) कहा जा रहा है."
टॉप-10: 2023 में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश (countries with the largest economies in the world in 2023)
Rank | Country | GDP in $ |
1 | United States of America (USA) | 26.8 Trillion |
2 | People's Republic of China (China) | 19.3 Trillion |
3 | Japan | 4.4 Trillion |
4 | Germany | 4.3 Trillion |
5 | India | 3.7 Trillion |
6 | United Kingdom (UK) | 3.1 Trillion |
7 | France | 2.9 Trillion |
8 | Canada | 2.0 Trillion |
9 | Russia | 1.8 Trillion |
10 | Australia | 1.5 Trillion |
GDP क्या है?
सकल घरेलू उत्पाद यानि GDP किसी भी देश की इकोनॉमी की हेल्थ को ट्रैक करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सबसे कॉमन इंडिकेटर्स में से एक होता है. जो किसी देश के भीतर एक स्पेसिफिक टाइम पीरियड में प्रोड्यूस सभी गुड्स एंड सर्विस की वैल्यू को रिप्रेजेंट करने का काम करती है. इसमें देश की सीमा के अंदर रहकर जो विदेशी कंपनियां प्रोडक्शन करती हैं, उन्हें भी शामिल किया जाता है. जब इकोनॉमी हेल्दी होती है, तो आमतौर पर बेरोजगारी का लेवल कम होता है.
देश की इकोनॉमी की तस्वीर दिखाते हैं जीडीपी के आंकड़े
किसी भी देश की इकोनॉमिकल पावर के लिए उसके जीडीपी के आंकड़े बेहद जरुरी डाटा होते हैं. दरअसल, ये देश की इकोनॉमी की पूरी तस्वीर दिखाते हैं. जीडीपी दो तरह की होती है, पहली Real GDP, दूसरी Nominal GDP. रियल जीडीपी में गुड्स एंड सर्विस की वैल्यू का कैलकुलेशन बेस ईयर की वैल्यू या स्टेबल प्राइस पर किया जाता है. जीडीपी के आंकड़े राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से जारी किए जाते हैं.