एमपी के अनूपपुर में हाथियों ने जमाया डेरा, लोहे का गेट तोड़ घुस गया अंदर, महिला हुई बेहोश
MP News: मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में विगत 5 दिनों से हाथियों ने अपना डेरा जमा रखा है। जिले के वन परिक्षेत्र व थाना जैतहरी अंतर्गत ग्राम गोबरी के जंगल में पांच दंतैल हथियों का समूह मौजूद है।
मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में विगत 5 दिनों से हाथियों ने अपना डेरा जमा रखा है। जिले के वन परिक्षेत्र व थाना जैतहरी अंतर्गत ग्राम गोबरी के जंगल में पांच दंतैल हथियों का समूह मौजूद है। यह छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से यहां आ पहुंचे हैं। ये हाथी दिन में जंगल के अंदर विश्राम करते हैं और देर रात आसपास के गांवों में जमकर उत्पात मचाते हैं। गांवों में घुसकर खेत-बाड़ी में तोड़फोड़ कर अनाज व फलों को अपना आहार बना रहे हैं। जिससे ग्रामीणों में भय व दहशत का माहौल है।
छत पर गुजारते हैं रात
गोबरी के जंगल में आए पांच दंतैल हाथियों के समूह से ग्रामीण दहशतजदा हैं। इनके डर के कारण ग्रामीण परिवार सहित पक्के मकानों की छत पर रात गुजार रहे हैं। ग्रामीणों ने हाथियों से निजात दिलाने को लेकर सीएम हेल्प लाइन के साथ वरिष्ठ अधिकारियों से पहल करने की अपेक्षा की है। वन विभाग व पुलिस विभाग निरंतर 24 घंटे हाथियों के समूह पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को इनसे दूर रहने की सलाह दी जा रही है। इसके साथ ही रात के समय पक्के घरों की छतों में रहने की अपील भी कर रहे हैं।
भगाने का प्रयास असफल
विगत पांच दिनों से हाथी अपना डेरा जमाए हुए हैं। ग्रामीण स्वयं भी एकत्रित होकर हाथियों को भगाने का प्रयास कर रहे हैं किंतु वह सफल नहीं हो पा रहे हैं। हाथियों की निरंतर उपस्थिति के कारण ग्रामीणों में भय व दहशत का माहौल साफ देखा जा रहा है। ग्रामीण वन विभाग के निचले अधिकारियों, कर्मचारियों से वाद-विवाद करने पर भी उतारू हो जाते हैं। ग्रामीण हाथियों से बचने के लिए रात छत पर गुजारते हैं। पूरी रात घरों व बाड़ियों में धावा बोलने से निर्मित हो रही परिस्थितियों के बावजूद 5 दिनों के मध्य जिला स्तर का कोई अधिकारी ग्रामीणों को समझाने उनके बीच नहीं पहुंच रहे हैं जिससे उनमें काफी नाराजगी भी है।
अंदर हाथी घुसता देख बेहोश हो गई महिला
सोमवार-मंगलवार की मध्य रात्रि हाथियों के समूह को पक्के घर के अंदर लोहे का दरवाजा तोड़कर आते देख 45 वर्षीय महिला सीताबाई पति हीरालाल सिंह घबराकर बेहोश हो गई। जिसे परिजन दूसरे घर ले गए। परिजनों ने इसकी जानकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी जैतहरी विवेक मिश्रा, परिक्षेत्र सहायक वेंकट नगर रामसुरेश शर्मा व वन्य जीव संरक्षक शशिधर अग्रवाल को दी गई। जिस पर 108 एम्बुलेंस की मदद से महिला को जैतहरी चिकित्सालय भेजकर उपचार कराया गया। देर रात होते ही जंगल से निकलकर हाथी गोबरी पगना मुख्य मार्ग को पार कर ठेगरहा सहित आसपास के गांवों में घुस जाते हैं। वन विभाग व जिला स्तर के प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के कारण गरीबों के घर व अनाज को हाथी लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं।