World Population Day 2022: पूरी दुनिया की आबादी कितनी है? बढ़ती पॉपुलेशन के आंकड़े हैरान कर देंगें
What is the population of the whole world 2022: आज विश्व जनसँख्या दिवस है मतलब World Population Day 2022.
World Population Day 2022: आज विश्व जनसंख्या दिवस है, यह ऐसा दिन है जिसे सेलेब्रेट नहीं किया जाता बल्कि चिंता व्यक्त की जाती है. दुनिया में बढ़ती इंसानों की आबादी ना सिर्फ इंसानों बल्कि पूरी पृथ्वी के लिए खतरनाक साबित हो रही है. आपको आज दुनिया की आबादी के जो हम आंकड़े दिखाने वाले हैं वो आपको भी चिंता में डाल देंगे।
दुनिया में हर सेकेंड कितने बच्चे पैदा हो रहे
How many babies are being born in the world every second: एक दिन में 24 घंटे होते हैं, एक घंटे में 60 मिनट और हर एक मिनट में 60 सेकेंड होते हैं. हर एक सेकेंड में पूरी दुनिया में 4.5 बच्चों का जन्म होता है.
दुनिया में हर दिन कितने बच्चे पैदा होते हैं
How many babies are born in the world every day: दुनिया में हर मिनट 270 बच्चों का जन्म होता है, हर घंटे 16,200 बच्चे पूरी दुनिया में पैदा होते हैं और हर दिन 388,800 बच्चे पैदा हो रहे हैं. इसी रफ़्तार से बच्चे पैदा होते रहे तो साल 2023 में दुनिया की जनसंख्या 8 अरब के ऊपर चली जाएगी।
दुनिया में हर साल कितने बच्चे पैदा होते हैं
How many babies are born in the world every year: दुनिया में हर साल 14 करोड़ से ज़्यादा बच्चे जन्म लेते हैं
सन 1804 में इंसान सिर्फ एक अरब थे
सन 1804 में इंसानों की आबादी पहली बार एक अरब हुई हुई, और आज भारत की जनसंख्या ही 1 अरब 30 करोड़ से ज़्यादा है। इंसानों को एक अरब से दो अरब होने में 123 साल लग गए थे. 1927 में पूरी दुनिया की आबादी 2 अरब हो गई थी. 1960 में मतलब सिर्फ 33 सालों में यह 3 अरब हो गई और 14 साल बाद जनसंख्या 3 से 4 अरब पहुंच गई. 4 से 5 अरब होने में सिर्फ 13 साल लगे और 5 से 6 अरब होने में महज 12 साल. सन 1999 में दुनिया की आबादी 6 अरब हो गई थी. 2011 में यह आबादी 7 अरब हो गई और 11 साल बाद 2022 में बढ़कर 7.9 अरब पहुंच गई. 2022 के अंत या 2023 की शुरुआत में पूरी दुनिया की आबादी 8 अरब हो जाएगी।
4 साल बाद भारत सबसे बड़ी आबादी वाला देश होगा
फ़िलहाल दुनिया की सबसे ज़्यादा आबादी वाला देश चीन है और दूसरे नंबर पर भारत है. दोनों की जनसंख्या में 19-20 का अंतर् है. जिस हिसाब से भारत में जनसंख्या बढ़ रही है उस लिहाज से हम चीन को अलगे 4 साल में पीछे छोड़ देंगे। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का कहना है कि साल 2100 में भारत की आबादी 1.09 बिलियन हो जाएगी। नाइजीरिया दूसरे स्थान में होगा और चीन की आबादी घटकर 50% हो जाएगी और वह फिर भी तीसरे स्थान में होगा।
चीन की आबादी क्यों घट रही है
Why is China's population declining: चीन की आबादी घटने का सबसे बड़ा कारण वहां की One And Done पॉलिसी है, लोगों ने चीन में एक बच्चे पैदा करना शुरू किया और करोड़ों लोगों ने तो बच्चे पैदा ही नहीं किए, लेकिन चीन के लिए यही पॉलिसी खतरा बन गई. वहां जवान लोगों की कमी हो गई. भारत में बच्चे दो ही अच्छे वाली पॉलिसी शुरू हुई लेकिन बड़ी आबादी को सिर्फ दो बच्चे अच्छे नहीं लगते इसी लिए भारत की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है.