एमपी उज्जैन में आयुर्वेद उपचार की ओर बढ़ा महिलाओं का रुझान, हर महीने डेढ़ सौ तक कराई जा रही नार्मल डिलीवरी
उज्जैन में आयुर्वेद उपचार की ओर महिलाओं को रुझान बढ़ रहा है। धन्वंतरि आयुर्वेद अस्पताल में गर्भवती महिलाएं पहुंच रही हैं जहां उनके उपचार के साथ नार्मल डिलीवरी कराई जा रही है।
उज्जैन में आयुर्वेद उपचार की ओर महिलाओं को रुझान बढ़ रहा है। धन्वंतरि आयुर्वेद अस्पताल में गर्भवती महिलाएं पहुंच रही हैं जहां उनके उपचार के साथ नार्मल डिलीवरी कराई जा रही है। क्रिटिकल केस बताकर हायर सेंटर रेफर की जाने वाली गर्भवती महिलाओं की आयुर्वेद पद्धति के माध्यम से सामान्य डिलीवरी हो रही है। जिन महिलाओं की डिलीवरी सीजर से होने की बात कही जाती है उनकी भी आयुर्वेद की दवाइयों के जरिए 99 प्रतिशत तक महिलाएं सामान्य तरीके से शिशुओं को जन्म दे रही हैं।
पौने 5 किलो था वजन, हुई नार्मल डिलीवरी
सूत्रों की मानें तो धन्वंतरि आयुर्वेद अस्पताल की ओर ऐसी गर्भवती महिलाएं रुख कर रही हैं जिन्हें या तो चिकित्सकों द्वारा या तो क्रिटिकल केस बताया गया है या फिर उन्हें सिजेरियन ऑपरेशन की सलाह दी गई है। इन महिलाओं की यहां नार्मल डिलीवरी हो रही है। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि यहां पौने पांच किलो तक वजन के बच्चे का भी सामान्य तरीके से जन्म कराया गया है। जबकि पूर्व में चिकित्सकों द्वारा इसे सीजर पद्धति से कराने की सलाह भी दी गई थी। इतना ही नहीं आमतौर पर यह भी कहा जाता है कि यदि गर्भवती महिलाओं की पहली डिलीवरी सीजर से हुई है तो दूसरी भी सीजर से ही होगी। किन्तु यहां पहली डिलीवरी सीजन से होने के बाद भी दूसरी डिलीवरी नार्मल तरीके से कराई गई।
20 बेड का है अस्पताल
धन्वंतरि आयुर्वेद अस्पताल 20 बेड का संचालित है। इस अस्पताल में हर माह 120 से 150 डिलीवरी आयुर्वेद पद्धति से कराई जाती हैं। चालू वर्ष की बात की जाए तो जनवरी से 21 दिसम्बर तक की स्थिति में 800 महिलाओं की डिलीवरी कराई जा चुकी हे। सरकारी अस्पताल में जिन महिलाओं को यह कहकर रेफर कर दिया गया था कि मरीज स्थिति गंभीर है यहां डिलीवरी नहीं हो पाएगी। उन महिलाओं का भी यहां पर नार्मल डिलीवरी कराई गई। मां के गर्भ में एक बच्चे की 1.25 मीटर लम्बी नाल थी फिर भी उसे आयुर्वेद के माध्यम से नार्मल डिलीवरी कराई गई। यहां पहुंचने वाली प्रसूताओं को जननी सुरक्षा योजना का लाभ भी दिया जा रहा है।
इनका कहना है
आयुर्वेद कॉलेज व अस्पताल के प्रोफेसर डॉ. सिद्धेश्वर साधवा की मानें तो आयुर्वेद से डिलीवरी का चलन बढ़ता जा रहा है। यहां पहुंचने वाली महिलाओं की अधिकांशतः सामान्य डिलीवरी हो रही है। यहां पहुंचने वाली महिलाओं को आयुर्वेदिक काढ़ा के साथ आयुर्वेदिक औषधियां दी जाती हैं।