एमपी के उज्जैन में पंचायत सचिव 6 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार
पंचायत सचिव को उज्जैन लोकायुक्त ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। किसान से एनओसी देने के नाम पर सचिव द्वारा रिश्वत मांगी गई थी।
लोकायुक्त की ताबड़तोड़ कार्रवाईयों की बावजूद रिश्वतखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। काम कराने के बदले रिश्वत मांगना चलन सा बन गया है। ऐसा ही मामला उज्जैन का सामने आया है। पंचायत सचिव को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। किसान से एनओसी देने के नाम पर सचिव द्वारा रिश्वत मांगी गई थी।
8 हजार मांगी थी रिश्वत
उज्जैन के ग्राम कड़छा के पंचायत सचिव को लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को 6 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जिले के थाना नरवर क्षेत्र अंतर्गत किसान विजय पिता अमर सिंह जाट निवासी ग्राम चैनपुर हंसखेड़ी द्वारा पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन में एक शिकायत दर्ज करवाई। जिसमें किसान द्वारा कहा गया कि उसके खेत में फोरलेन बनाने वाली कंपनी द्वारा खेत समतल करने का अनुबंध किया गया गया था। जिसके लिए शासकीय अनुमति की आवश्यकता थी और वह एनओसी लेने ग्राम कड़छा के पंचायत सचिव राकेश सोनगरा से संपर्क किया। बताया गया है कि सचिव द्वारा किसान से एनओसी देने के नाम पर 8 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई थी। जिस पर 6 हजार रुपए में सौदा तय हुआ था।
नरवर क्षेत्र में की गई कार्रवाई
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए लोकायुक्त उज्जैन द्वारा इसकी जांच की गई। आवेदक विजय सिंह जाट की शिकायत पर लोकायुक्त द्वारा वॉइस रिकॉर्डिंग भी करवाई गई। जिसके बाद शिकायत सही पाई गई। पीड़ित किसान की मानें तो पंचायत सचिव द्वारा एनओसी देने की एवज में आठ हजार रुपए मांगे जा रहे थे किंतु इतने पैसे नहीं होने का हवाला देकर अंत में सौदा छह हजार रुपए में तय हुआ था। इस दौरान पंचायत सचिव द्वारा नरवर क्षेत्र के पास रकम लेकर किसान को बुलाया गया था। जहां पर रिश्वत लेते ही लोकायुक्त टीम द्वारा पंचायत सचिव को रंगे हाथ दबोच लिया गया। उक्त कार्रवाई थाना नरवर क्षेत्र के एक रेस्टोरेंट के समीप की गई।