MP News: ऑनलाइन ट्रांसफर में विंसगतियों से स्कूलों में अतिशेष हो गए शिक्षक
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई गई है। जिसमें विसंगतियों के चलते कई स्कूलों में अतिशेष यानी अतिरिक्त शिक्षकों की स्थिति निर्मित हो गई।
MP Ujjain News: स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई गई है। जिसमें विसंगतियों के चलते कई स्कूलों में अतिशेष यानी अतिरिक्त शिक्षकों की स्थिति निर्मित हो गई। नई ऑनलाइन ट्रांसफर नीति में कई खामियां हैं। पोर्टल पर जहां पर्याप्त संख्या में शिक्षक पहले से पदस्थ हैं। वहां भी स्कूल में शिक्षकों के खाली पद दर्शाए जा रहे हैं। जिससे नई व्यवस्था के तहत पोर्टल पर खाली दर्शाए गए विद्यालयों में शिक्षकों के पदों पर उनका ट्रांसफर भी कर दिया गया किन्तु वहां पहले से ही शिक्षकों की संख्या पर्याप्त है। तबादला होने के बाद उनकी आमद से विद्यालयों में अतिशेष शिक्षक होने की स्थितियां तक बन गई हैं।
24 हजार से अधिक शिक्षक हुए स्थानांतरित
शिक्षकों को मनचाही जगह पर ट्रांसफर देने के उद्देश्य से ऑनलाइन आवेदन प्रणाली लागू की गई है। जिसमें उनके आवेदन मंगाए गए थे। जिसमें पूरे प्रदेश से एजुकेशन पोर्टल पर 43 हजार से अधिक आवेदन इसके लिए प्राप्त हुए थे। जिसमें से लगभग 24 हजार से अधिक शिक्षकों को उनकी मनचाही जगह पर भी ट्रांसफर कर दिया गया है। इसके तहत शिक्षकों को ऑनलाइन ही रिलीव होने के साथ ही ज्वानिंग किए जाने की भी प्रक्रिया चल रही है। ऑनलाइन रिलीव होने के साथ ऑनलाइन ज्वाइनिंग देने के लिए भी लिंक भी खोली गई है। जिसके तहत व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए तिथि को भी आगे बढ़ाते हुए 25 नवंबर की गई है। जिससे शिक्षकों को रिलीविंग व ज्वाइनिंग में आसानी हो सके।
पोर्टल में यह विसंगतियां
शिक्षकों की मनचाही जगह ट्रांसफर करने के लिए उनसे ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत आवेदन मंगाए गए किंतु नई व्यवस्था को लागू करने से पहले पोर्टल को अपडेट नहीं किया गया। जिससे रिलीव और ज्वाइन की प्रक्रिया ऑनलाइन होने से संबंधित विद्यालय प्रबंधन भी ट्रांसफर कर आए शिक्षकों को ज्वाइन कराने पर विवश है। स्थिति तो यहां तक निर्मित हो गई है कि कुछ स्कूलों में एक ही विषय के दो या इससे अधिक शिक्षक तक हो गए हैं। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी उज्जैन का कहना है कि कुछ स्कूलों में ज्यादा शिक्षक होने की स्थिति सामने आ रही है। ऑनलाइन ट्रांसफर के अंतर्गत संशोधन का विकल्प भी दिया जा रहा है। ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है जहां अतिशेष शिक्षक हैं जिसके बाद सूची को भोपाल संशोधन के लिए भेजा जाएगा।