उज्जैन की निलंबित जेल अधीक्षक के लॉकर में मिला 3 किलो सोना व डायमंड ज्वेलरी, कर्मचारियों के पीएफ गबन का आरोप
MP News: एमपी उज्जैन की केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ में करोड़ों रुपए के गबन की आरोपी पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज के बैंक लॉकर की तलाशी ली गई। जिसमें तकरीबन तीन किलो सोना, डायमंड ज्वेलरी, एफडी व प्रापटी संबंधी कई दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं।
एमपी उज्जैन की केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ में करोड़ों रुपए के गबन की आरोपी पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज के बैंक लॉकर की तलाशी ली गई। जिसमें तकरीबन तीन किलो सोना, डायमंड ज्वेलरी, एफडी व प्रापटी संबंधी कई दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं। गुरुवार देर रात तक पुलिस द्वारा सर्चिंग की जाती रही। गबन के मामले में यह बड़ी रिकवरी बताई जा रही है।
क्या है मामला
उज्जैन की केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ के 100 कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट में सेंधमारी का मामला प्रकाश में आया। जेल अकाउंटेंट द्वारा अपने दो जेल प्रहरी साथियों के साथ पिछले पांच वर्ष से जेल कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट से 15 करोड़ रुपए निकाल लिए गए। इसमें खास बात यह रही कि पीड़ितों द्वारा न तो पीएफ निकालने हेतु आवेदन किया गया और न ही हस्ताक्षर बनाए किंतु उनके पीएफ अकाउंट से पैसे पार हो गए। इस गबन को ट्रेजरी के अफसर ने पकड़ा। जेल में हुए गबन के इस मामले में 18 मार्च को पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज को पुलिस ने जेल से हिरासत में लिया। कोर्ट में पेश करने के बाद इन्हें रिमांड में लिया गया। जिसके बाद से मामले में लगातार खुलासे हो रहे हैं।
लॉकर से यह मिला
मामले में डीपीएफ के अलावा पे-बिल सहित कई तरह की गड़बड़ियां सामने आई हैं। इस दौरान रिकवरी को लेकर कोर्ट ने पुलिस को पूर्व जेल अधीक्षक के लॉकर खोने की अनुमति प्रदान कर दी। जिसके बाद पुलिस ने सेठी नगर की बैंक ऑफ इंडिया के लॉकर को खुलवाया गया। उषा राज की रिमांड 8 अप्रैल को खत्म होने जा रही है। हालांकि उषा राज ने पुलिस को पूछतांछ में अब तक कोई खास जानकारी नहीं दी है। लॉकर की सर्चिंग में डायमंड ज्वेलरी, तीन किलो सोना, एफडी व प्रॉपटी संबंधी कई दस्तावेज पुलिस ने बरामद किए हैं। गबन के मामले में यह बड़ी रिकवरी बताई जा रही है।
एसआईटी में यह भी हुए शामिल
इधर स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) में अभियोजन अधिकारियों को भी शामिल कर लिया गया है। जिसमें उपसंचालक अभियोजन डॉ. साकेत व्यास, एडीपीओ नीतेश कृष्णन और उमेष सिंह सेंगर को शामिल किया गया है। पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा के निर्देश पर केस डायरी तैयार करने में अभियोजन पक्ष मजबूत रहे, इसमें कोई कमी न रहने पाए। इसके लिए अब एसआईटी में अभियोजन अधिकारियों द्वारा हर पहलू को विधि अनुसार कागजी प्रक्रिया से मजबूत कराएंगे।
जेल प्रहरी रायसेन से गिरफ्तार
जेल में जबरिया वसूली के आरोप के बाद जेल प्रहरी देवेन्द्र चौहान फरार हो गया था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया है कि जेल प्रहरी रायसेन में अपनी बहन के घर में छिपा हुआ था। इस संबंध में सीएसपी अनिल मौर्य के मुताबिक जेल प्रहरी को गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट में पेश करने पर जेल प्रहरी और जगदीश परमार का एक दिन का रिमांड मिला है। जिनसे पूछतांछ की जाएगी।