रीवा: SGMH में भर्ती युवक देर रात पहुंचा फ्लाईओवर और छलांग लगा कर दे दी जान
रीवा- संजय गांधी अस्पताल के सर्जरी वार्ड में भर्ती युवक रात के अंधेरे में उठा और अपने पेट में घाव को छिपाने के लिए लगाई गई पट्टी को संभालते हुए चुपचापे अस्पताल से बाहर निकल गया।
रीवा- संजय गांधी अस्पताल के सर्जरी वार्ड में भर्ती युवक रात के अंधेरे में उठा और अपने पेट में घाव को छिपाने के लिए लगाई गई पट्टी को संभालते हुए चुपचापे अस्पताल से बाहर निकल गया। ठंड के मौसम और रात के सुनसान सन्नाटे में युवक चोरहटा थाना अंतर्गत रेलवे मोड़ के फ्लाईओवर पहुंचा और छलांग लगा कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
सुबह पुलिस को युवक की लहूलुहान अवस्था में पाए जाने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस युवक के शव को संजय गांधी अस्पताल ले गई। युवक के शव का पीएम कर उसे परिजनों को सौंप दिया गया है। गौरतलब है कि युवक के अस्पताल से लापता हो जाने का पता सुबह जब परिजनों को चला तो उन्होने इस संबंध में अस्पताल पुलिस चौकी को सूचना दी। जब चोरहटा पुलिस युवक के शव को लेकर एसजीएमएच पहुंचे तो वहां परिजनों ने युवक की शिनाख्त की।
एसजीएमएच में था भर्ती
पुलिस ने बताया कि सतना जिले मैहर थाना क्षेत्र के पोंड़ी गांव का निवासी युवक रामसुजान केवट 38 वर्ष पिछले कई दिनों से पेट फूलने की बीमारी से परेशान था। युवक का ईलाज संजय गांधी अस्पताल के सर्जरी वार्ड में भर्ती चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा था। चिकित्सकों ने युवक के पेट का आपरेशन भी किया था। लेकिन युवक की स्थिति सुधरने की बजाय और बिगड़ती ही जा रही थी।
बीमारी से तंग आकर उठाया आत्मघाती कदम
बताया गया है कि युवक अपनी बीमारी से तंग आ गया था। उसकी स्थिति सुधरने की बजाय और बिगड़ती ही जा रही थी। इसी बीमारी से तंग आकर युवक ने अपनी जान लेने का फैसला किया। अस्पताल में परिजनों के सो जाने के बाद युवक ने फ्लाईओवर से छलांग लगा कर अपनी जान दे दी। परिजनों का आरोप है कि सर्जरी वार्ड के चिकित्सकों द्वारा युवक का सही तरीके से ईलाज नहीं किया गया। जिसके कारण उसकी स्थिति बिगड़ती चली गई। चिकित्सकों ने अगर युवक का सही तरीके से ईलाज किया होता तो उसकी जान बच सकती थी।