स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन राष्ट्रीय प्रतियोगिता में Rewa GEC के स्टूडेंट्स फर्स्ट आ गए, एक लाख रुपए का इनाम मिला
Rewa GEC Won Smart India Hackathon National Competition: रीवा के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बाजी मार ली
Rewa GEC Won Smart India Hackathon National Competition: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में मौजूद गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज यानी Rewa GEC ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन राष्ट्रीय प्रतियोगिता में फर्स्ट रैंक हासिल की है। शासकीय रीवा इंजीनियरिंग कालेज रीवा की टीम ने कोल्हापुर में Smart India Hackathon National Competition में प्रथम स्थान प्राप्त कर एक लाख रुपए का इनाम भी जीता है.
राष्ट्रीय शिक्षा मंत्रालय अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के संयुक्त तत्वावधान में, इंटर इंस्टीट्यूशनल इनक्लूसिव इनोवेशन सेंटर द्वारा, राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी शिक्षा एवं उच्च शिक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्टार्टप योजना के अंतर्गत नयी तकनीक एवम् सूचना प्रणाली के नवाचारों के लिये स्मार्ट इंडिया हैकाथान सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर कॉम्पिटिशन आयोजित किया गया था. जो हर साल आयोजित होता है. इसी प्रतियोगिता में रीवा जीईसी के फ्यूचर इंजीनियर्स ने फर्स्ट रैंक लाई है.
15 हज़ार से ज़्यादा कॉम्पिटिटर थे
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2022 ग्रैंड फ़ाइनल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये 15,000 से अधिक विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था. इसी के साथ इस प्रतिगोगिता के लिए मार्गदर्शकों ने भी, देशभर के 75 नोडल केंद्रों में अपना पंजीयन कराया था. रीवा इंजीनियरिंग कालेज की दो टीमों का चयन ग्रैंड फ़ाइनल लिए हुआ, जिसमें से एक टीम प्रथम वर्ष की और दूसरी टीम तीसरे वर्ष की थी। कालेज के जनसम्पर्क अधिकारी प्राध्यापक डॉ सन्दीप पांडेय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वर्चुअली इस प्रतियोगिता की शुरआत की गई थी.
इस लिए आई फर्स्ट रैंक
इस कॉम्पिटिशन में रीवा GEC की प्रथम वर्ष की टीम वैष्णवी चंद्रवंशी के नेतृत्व में स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अर्जित कर एक लाख रुपए का इनाम जीता। इस पाँच सदस्यों वाली टीम जो मॉड्यूल तैयार किया उसकी थीम के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आने वाली समस्या का समाधान, हार्डवेयर- सॉफ्टवेयर टेकनिक, एंड्रॉयड डेवलपमेन्ट और वेब डेवलपमेन्ट दोनों ही तरीक़े से प्रदर्शित किया।
विजेता टीम के सदस्य कुमार वैष्णवी चंद्रवंशी,आयुष सिंह देव, सौरभ, लितिस गंगारे , हितेश चोक़ीकर रहे। दूसरी टीम ने धीरज भारद्वाज के नेतृत्व में कोलकाता में आयोजित स्मार्ट मार्ट इंडिया हैकाथॉन में कमिशन लर्निंग आधार पर वाईलेन्स डिटेक्टर सॉफ्टवेयर ऐप तयार किया जिसमें किसी भी प्रसार की हिंसात्मक प्रतिक्रिया की सूचना नज़दीकी पुलिस स्टेशन में ऑटोमैटिक तरीक़े से चलने की तकनीक का नवाचार किया गया है.
कॉलेज में हुआ सेलिब्रेशन
इस टीम के प्रयास को सराहनीय प्रयास के रूप में देखा गया, टीम के सदस्य के रूप में धीरज भारद्वाज , मयंक विश्वकर्मा ,अशलेषा द्विवेदी ,श्री कृष्णा द्विवेदी , प्रशांत जोशी शामिल रहे। दोनो टीमो ने सहायक प्राध्यापक प्रो समीक्षा सिंह के निर्देशन में सफलता प्राप्त की. कोल्हापुर तथा कोलकाता से लौटी टीम का आज महाविद्यालय में प्राचार्य डा बी के अग्रवाल के नेतृत्व में सभी विभाग प्रमुखों ने अभिनंदन किया। राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय को पहचान दिलाने तथा प्रथम स्थान अर्जित करने पर आयोजित सम्मान समारोह में प्राचार्य डॉ बी के अग्रवाल , डॉ आर पी तिवारी ,डॉ आर के जैन , डॉ सन्दीप पाण्डेय , प्रो समीक्षा सिंह सहित अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे