आपको बता दे की सतना के कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा श्रमिको के साथ अनशन में बैठ गए थे और उनकी मांग थी कि विधायक सिद्घार्थ कुशवाहा का आरोप है कि लॉकडाउन की आड़ में भिलाई जेपी सीमेंट प्रबंधन ने 200 ठेका श्रमिकों को नौकरी से बाहर कर दिया। 23 अप्रैल से जब फैक्ट्री में प्रोडक्शन चालू किया गया तो साढ़े 300 नियमित श्रमिकों के अलावा शेष नए ठेका श्रमिकों को लेकर काम चालू कर दिया गया। जिसका विरोध विधायक और श्रमिकों ने किया लेकिन न तो कंपनी का कोई आदमी आया न प्रसाशन की तरफ से कोई पहल हुई.
विधायक के लगातार आसान में बैठे रहने से वो बीमार हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा उनका हालचाल जानने कलेक्टर सतना और एसपी पहुंचे। जहा उन्हें जूस पिलाकर अनशन खत्म कराया और कलेक्टर ने आश्वाशन दिया जल्द ही सभी कर्मचारियों को काम में लौटाया जायेगा।