रीवा का मॉडल साइंस कॉलेज अब PM कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस हुआ, आर्ट और कामर्स के लिए प्राध्यापकों की पदस्थापना हुई
रीवा के मॉडल साइंस कॉलेज को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के रूप में उन्नयन किया जा रहा है। इसका लोकार्पण 14 जुलाई को गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा किया जाएगा।
मध्यप्रदेश में रीवा के मॉडल साइंस कॉलेज को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के रूप में उन्नयन किया जा रहा है। इसका लोकार्पण 14 जुलाई को गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा किया जाएगा। इस कॉलेज में आर्ट और कामर्स संकाय की शुरुआत हो रही है, जिसके लिए दूसरे कॉलेजों से प्राध्यापकों की पदस्थापना की गई है।
राज्य के हर जिले में एक कॉलेज को प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस का दर्जा देकर नए सिरे से विकसित किया जा रहा है। रीवा में माडल साइंस कॉलेज में अब तक साइंस ग्रुप की पढ़ाई होती रही है। प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस का दर्जा मिलने के साथ ही यहां पर आर्ट और कामर्स के संकाय भी शुरू हो रहे हैं। इन संकायों का अब तक एक भी शिक्षक नहीं था, जिसके चलते पढ़ाई की शुरुआत नहीं हो सकी है।
अब लोकार्पण के साथ ही पढ़ाई भी शुरू होगी। इसके लिए दूसरे कॉलेजों से प्राध्यापकों को यहां पर पदस्थ किया गया है। जिसमें सहायक प्राध्यापक सुल्भा सिंह इतिहास जीडीसी, प्राध्यापक प्रीती पांडेय राजनीति शास्त्र टीआरएस कालेज, स्वाती शुक्ला समाज शास्त्र जीडीसी, शिवकुमार दुबे भूगोल टीआरएस कालेज, मनीष कुमार शुक्ला वाणिज्य टीआरएस कॉलेज, अविनाश कुमार दीक्षित भौतिक शास्त्र पीजी कॉलेज सतना आदि को रीवा के प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस में पदस्थ किया गया है। टीआरएस कॉलेज के समाजशास्त्र के अखिलेश शुक्ला को सीधी, इतिहास के सुशील कुमार दुबे को सिंगरौली, संगीत के नित्यानंद चौधरी को सिंगरौली भेजा गया है।
मऊगंज में इनकी पदस्थापना
इधर, मऊगंज जिले में शहीद केदारनाथ महाविद्यालय को एक्सीलेंस कालेज का दर्जा दिया गया है। यहां पर भी दूसरे कालेजों से प्राध्यापकों को पदस्थ किया गया है। कन्या महाविद्यालय रीवा के रसायत शास्त्र के प्राध्यापक कैलाशनाथ शर्मा, टीआरएस कालेज से गणित के सुनील कुमार सोधिया, अजयगढ़ महाविद्यालय के भौतिक शास्त्र के रामभुवन पटेल को पदस्थ किया गया है।