रीवा: चेक बाउंस मामले में सजा पड़ने से नाराज आरोपी ने मारपीट, लूटपाट कर JCB से घर गिरवा दिया, माह भर से न्याय और FIR के लिए एसपी, पुलिस का चक्कर काट रहा पीड़ित

चेक बाउंस मामले में सजा पड़ने से नाराज आरोपी ने साथियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता का घर गिरवा दिया, मारपीट की, लूटपाट की, लेकिन माह भर बाद भी पीड़ित एफआईआर और न्याय के लिए एसपी, पुलिस का चक्कर काट रहा है.

Update: 2021-08-19 09:44 GMT

चेक बाउंस मामले में सजा पड़ने से नाराज आरोपी ने साथियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता का घर गिरवा दिया, मारपीट की, लूटपाट की

रीवा। शहर की क़ानून व्यवस्था इस कदर बिगड़ी हुई है कि किसी के साथ मारपीट हो जाए, घर गिरा दिया जाए, जान से मारने की धमकी दी जाए तो भी पुलिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। दो माह पहले एक मामला रीवा शहर में हुआ था, जिसमें न्यायालय द्वारा चेक बाउंस मामले में आरोपित को एक वर्ष की सजा सुनाई गई तो आरोपी ने शिकायतकर्ता का घर जेसीबी से गिरवा दिया। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि पुलिस ने मामले पर आज दिनांक तक एफआईआर तक दर्ज नहीं की। शिकायतकर्ता अपनी शिकायत लेकर न्याय की भीख मांगने एसपी साहब तक से मिला, लेकिन एसपी साहब भी कुछ न कर सकें। 

क्या है मामला

दरअसल मामला प्रॉपर्टी डीलिंग के कारोबार से जुड़ा है। इस कारोबार से जुड़े लोगों के बीच पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था, जिसमें एक पक्ष ने उधारी के 30 लाख रुपए चुकता करने के लिए चेक दिया लेकिन जब पैसा नहीं दे पाया तो मामला न्यायालय पहुंच गया, जहां से न्यायालय ने 1 वर्ष की सजा सुना दी तो आरोपी फैसले को चुनौती देते हुए ऊपरी अदालत पहुंच गया।

इसी मामले में दबाव बनाने के लिए माह भर पूर्व 12 जुलाई की रात 9 बजे आरोपित अपने 2 दर्जन से अधिक साथियों के साथ शिकायतकर्ता के घर पहुंचा और कट्टे की नोक पर दंपति को बंधक बनाकर मारपीट करते हुए लूटपाट किया और जेसीबी मशीन से घर को जमींदोज कर दिया।

एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई 

इतना ही नहीं पीड़ित का वाहन चालक आरोपियों के द्वारा मचाये जा रहे उत्पाद का वीडियो बनाने लगा तो उसके साथ बेरहमी से पिटाई कर अधमरा कर दिया। हद तो तब हो गई जब पीड़ितों ने पुलिस को जानकारी दी तो मौके पर पहुंची 100 डॉयल पुलिस सुबह थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज करने की बात कही, जब पीड़ित सुबह थाना पहुंचे तो उनकी शिकायत नहीं ली गई। जिसके बाद अगले दिन पीड़ित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर आपबीती बताई और लिखित आवेदन दिया। लेकिन मामले में एक माह बाद भी न तो एफआईआर दर्ज हुई और न ही पुलिस ने कोई जांच की। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र रतहरा बाईपास के टोल प्लाजा के पास की बताई जा रही है।

न्यायालय ने सजा सुनाई थी

मिली जानकारी के अनुसार विनोद कुमार पांडेय पिता रामनिवास पांडेय निवासी रतहरा थाना सिटी कोतवाली के द्वारा पुष्पेंद्र त्रिपाठी पिता संतोष त्रिपाठी को 30 लाख की उधारी दी गई थी, जिसका चुकता करने के लिए पुष्पेंद्र त्रिपाठी ने चेक दिया था, समय पर पैसे का भुगतान ना हो पाने के चलते विनोद कुमार पांडेय ने बैंक में चेक कैश कराने के लिए लगाया तो वहां से अनादर हो गया। जिसका मामला न्यायालय में चला जहां से आरोपी को सजा पड़ गई, न्यायालय से सजा मिलने के बाद आरोपी लगातार दबाव बनाता रहा और पीड़ित के साथ दूर का रिश्ता होने के चलते कई तरह से प्रताड़ित करने लगा।

बंधक बनाकर पीटा, लूटपाट कर घर गिरा दिया 

12 जुलाई को करीब 9 बजे पुष्पेंद्र त्रिपाठी, उपेंद्र त्रिपाठी, अतुल तिवारी, मंगलेश्वर पांडेय, संतोष मणि त्रिपाठी के साथ दो दर्जन लोग फोर व्हीलर वाहनों से पहुंचे और विनोद कुमार पांडेय के साथ उनकी पत्नी को कट्टे की नोक पर बंधक बना लिया और जमकर मारपीट की। इसी दौरान आरोपियों ने घर में रखी एक लाख नकदी व सोने चांदी के आभूषण लूट लिए और दंपति को घर से बाहर निकाल कर अपने साथ लाई गई जेसीबी मशीन से घर को जमींदोज करा दिया।

वीडियो बना रहे ड्राइवर को भी पीटा

बताया जाता है कि लगभग लाखों रुपए की लागत से बना घर चंद मिनटों में आरोपियों ने नेस्तनाबूद कर दिया। जिस वक्त आरोपियों के द्वारा वारदात को अंजाम दिया जा रहा था उस समय पीड़ित विनोद पांडेय का चालक अजय तिवारी मौके पर मौजूद था, जिसके द्वारा वीडियो बनाने का प्रयास किया गया तो उसके साथ बेरहमी से पिटाई करते हुए घायल कर दिया।

जान से मारने की धमकी दी

बताया जाता है कि आरोपियों ने परिवार सहित खत्म करने की धमकी दी है, जिसके चलते पीड़ित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर आरोपियों पुष्पेंद्र मणि त्रिपाठी, उपेंद्र मणि त्रिपाठी इनके मामा अतुल तिवारी, मंगलेश्वर पांडेय, संतोष मणि त्रिपाठी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।

Tags:    

Similar News