रीवा के सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में शीघ्र होगी किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा, पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल एवं कलेक्टर ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की
रीवा के सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में आयोजित बैठक में पूर्व मंत्री तथा विधायक राजेन्द्र शुक्ल तथा नवागत कलेक्टर मनोज पुष्प ने अस्पताल की व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
रीवा। विंध्य के एकमात्र सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल, रीवा में आयोजित बैठक में पूर्व मंत्री तथा विधायक राजेन्द्र शुक्ल (Rajendra Shukla) तथा नवागत कलेक्टर मनोज पुष्प (Manoj Pushp) ने अस्पताल की व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
बैठक में पूर्व मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल (Super Speciality Hospital Rewa) ने पिछले दो वर्षों में बहुत शानदार कार्य किया है। यहाँ उन गंभीर मरीजों को उपचार की सुविधा मिली है जो बाहर के बड़े अस्पतालों में उपचार नहीं करा सकते थे। केवल दो वर्षों में यहाँ 78 हजार 802 गंभीर रोगियों का उपचार किया गया है। इनमें आयुष्मान भारत योजना से उपचार कराने वाले 39 हजार 330 गरीब रोगी शामिल हैं।
शीघ्र शुरू होगी किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा
सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा के लिए डॉक्टरों का दल तैयार है। मेडिकल कॉलेज के डीन हास्पिटल को आवश्यक अनुमति के लिए तत्काल कार्यवाही करें। किडनी ट्रांसप्लांट में डॉक्टरों को सहयोग देने के लिए आवश्यक टेक्नीशियनों की भी सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में व्यवस्था सुनिश्चित करें।
पूर्व मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल (Super Specialty Hospital Rewa) में हृदय रोग विभाग में ओपन हार्ट सर्जरी के 22 सफल ऑपरेशन हुए हैं। न्यूरो सर्जरी विभाग में हर माह में लगभग 100 रोगियों का उपचार किया जा रहा है। मेडिकल कालेज के डीन सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल आवश्यक टेक्नीशियनों, जूनियर डॉक्टर, वार्ड ब्वॉय, सफाईकर्मियों, सुपरवाइजरों तथा अन्य मानव संसाधनों की आपूर्ति के लिए तत्परता से प्रयास करें। हास्पिटल में कार्यरत डॉक्टरों तथा अन्य चिकित्साकर्मियों को आयुष्मान योजना से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का तत्काल वितरण कराएं। डॉक्टरों के वेतन तथा अन्य कठिनाईयों का भी निराकरण किया जाएगा।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल विन्ध्य क्षेत्र के गंभीर रोगियों के लिए वरदान की तरह है। यहाँ बहुत कम समय में उच्च गुणवत्ता की उपचार सुविधाएं विकसित हो गई हैं। अस्पताल के सभी विभागों के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की जाएगी। अस्पताल की दो वर्षों की उपलब्धियों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं जिससे अन्य लोग भी यहाँ की सुविधाओं का लाभ उठा सकें। चिकित्सा शिक्षा विभाग को भी अस्पताल की उपलब्धियों की पूरी जानकारी दें।
बैठक में सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल के अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि हास्पिटल में न्यूरो सर्जरी विभाग में अब तक 24066 रोगियों का उपचार किया जा चुका है। हास्पिटल में सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउण्ड सोनोग्राफी, लीथोट्रिप्सी, डायलिसिस आदि सहित सभी तरह की जांचों की सुविधा उपलब्ध है। बैठक में शाम के समय पेड ओपीडी की व्यवस्था के संबंध में निर्णय लिया गया। शासन को 500 रुपए प्रति रोगी ओपीडी का प्रस्ताव भेजा गया है। इसकी मंजूरी मिलते ही पेड ओपीडी की सुविधा शुरू हो जाएगी। बैठक में मेडिकल कालेज के डीन डॉ. मनोज इंदुरकर, डॉ. व्हीडी त्रिपाठी, डॉ. एसके त्रिपाठी, डॉ. पंकज सिंह चौहान, डॉ. रंजीत झा, डॉ. रोहन द्विवेदी तथा अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।