रीवा: विश्वविद्यालय में छात्रों की बढ़ती भीड़ देख शिक्षा विभाग ने जारी की नई गाइडलाइन
रीवा(विपिन तिवारी) । विश्वविद्यालय में आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई है ऑनलाइन प्रक्रिया के दौरान छात्र बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते कोरोना संक्रमण बढऩे की आशंका भी बढ़ गई है। जिले के छात्रों की बढ़ती भीड़ का मामला सामने आने के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश को लेकर एक और गाइडलाइन जारी की है। इसके पहले भी कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए शासन ने कालेजों में भीड़ नहीं जुटे इसके लिए कई नई व्यवस्थाएं बनाई हैं। जिसमें छात्र अपना पंजीयन कियोस्क सेंटर या फिर अन्य माध्यमों से आनलाइन ही करा सकते हैं। साथ ही इनके दस्तावेजों का पंजीयन भी आनलाइन किया जा रहा है। प्रवेश शुल्क जमा करने के लिए भी कालेज जाने की आवश्यकता नहीं है। डिजिटल माध्यम से शुल्क जमा कराने का विकल्प दिया गया है।
इसके साथ ही छात्रों की सुविधा के लिए यह अवसर दिया गया है कि यदि उनका दस्तावेज किसी कारण के चलते आनलाइन सत्यापित नहीं हो पा रहा है तो वह अपने नजदीकी किसी भी सरकारी कालेज के हेल्प सेंटर में जाकर दस्तावेज सत्यापित कर सकते हैं। रीवा में कियोस्क सेंटर्स अपनी मनमानी के अनुसार काम कर रहे हैं। छात्रों का पंजीयन कर शुल्क वसूल लेते हैं लेकिन दस्तावेजों का सत्यापन नहीं कर रहे, तकनीकी खामियों का हवाला देते हुए छात्रों को कालेज भेजा जा रहा है। यह इसलिए किया जा रहा है ताकि जो समय सत्यापन में लगाएंगे उसके बदले दूसरे छात्र का रजिस्ट्रेशन कर अतिरिक्त रुपए कमा लेंगे। इसी वजह से कालेजों में अचानक छात्रों की भीड़ बढऩे लगी है।
- टीआरएस कालेज में अधिक अव्यवस्था
विंध्य के सबसे बड़े कालेज टीआरएस में दस्तावेजों का सत्यापन कराने के लिए आ रहे छात्रों की संख्या अन्य की तुलना में अधिक है। यहां पर निर्धारित दस की संख्या में सत्यापन के काउंटर भी नहीं खोले गए हैं, जिसकी वजह से छात्रों को समस्याएं हो रही हैं। एक ही काउंटर में बड़ी संख्या में छात्र और अभिभावक भीड़ लगा रहे हैं, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग के नियम फेल हो रहे हैं। कालेज प्रबंधन की ओर से भी कोई व्यवस्था ऐसी नहीं बनाई गई है कि छात्र दूर-दूर खड़े होकर दस्तावेजों का सत्यापन कराएं। जबकि मॉडल साइंस कालेज, जीडीसी कालेज में भी अधिक संख्या में भीड़ जमा हो रही है। वहां पर व्यवस्थाएं कुछ ठीक हैं जिसकी वजह से छात्रों को अधिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
- एक कक्ष में एक ही काउंटर बनाया जाए।- हर काउंटर के सामने दो गज की दूरी पर गोले बनाकर छात्रों के खड़े होने की व्यवस्था हो।
- शिक्षकों, कर्मचारियों एवं आवेदकों को मास्क लगाए रखना अनिवार्य।- कालेज परिसर में प्रवेश करने वाले सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। सेनेटाइजर की व्यवस्था अनिवार्य।- कालेज परिसरों को हर दिन सेनेटाइज करने के साथ ही सत्यापन में उपयोग होने वाले उपकरणों का भी सेनेटाइजेशन होगा।- छात्रों को टोकन वितरित कर नंबर से बुलाया जाएगा ताकि भीड़ जमा नहीं हो।- कालेज के स्टाफ को संक्रमण से बचाने की जिम्मेदारी प्राचार्यों की होगी।------------------कालेजों में दस्तावेज सत्यापन के लिए भीड़ बढ़ रही है। इस कारण शासन की ओर से व्यवस्थाओं को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए इस तरह के निर्देश विभाग की ओर से जारी किए गए हैं।डॉ. पंकज श्रीवास्तव, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा