Railway News: रीवा-रानी कमलापति-रीवा साप्ताहिक ट्रेन को मिला एक्सटेंशन, यात्रियों को होगी सुविधा
Railway News: रीवा-रानी कमलापति-रीवा साप्ताहिक ट्रेन को एक्सटेंशन मिल गया है। इसका अंतिम फेरा 24 जून को लगना था जिसे रेलवे द्वारा बढ़ा दिया गया है।
Rewa Rani Kamlapati Weekly Train Extension: रेल यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए रेलवे द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं। रीवा-रानी कमलापति-रीवा साप्ताहिक ट्रेन को एक्सटेंशन मिल गया है। इसका अंतिम फेरा 24 जून को लगना था जिसे रेलवे द्वारा बढ़ा दिया गया है। दोनों दिशाओं के ट्रेन संचालन अवधि को बढ़ाए जाने यात्रियों का सफर आसान हो जाएगा। इसके साथ ही ट्रेन में बढ़ रहा यात्रियों का दबाव भी कम हो सकेगा।
नोरूम जैसी बनी रहती है स्थिति
एमपी के रीवा से प्रदेश की राजधानी की ओर जाने वाली एकमात्र रेवांचल एक्सप्रेस में नोरूम जैसी स्थिति आए दिन निर्मित रहती है। जिसके कारण पश्चिम-मध्य रेलवे को इस मार्ग पर एक साप्ताहिक ट्रेन चलाने का फैसला करना पड़ा। जबकि डुप्लीकेट रेवांचल की मांग लम्बे समय से चली आ रही है। विधानसभा सत्र के साथ-साथ शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाने के मद्देनजर इस ट्रेन को एक्सटेंशन प्रदान कर दिया गया है। जिससे मुसाफिरों को आवागमन में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
30 सितम्बर तक मिला एक्सटेंशन
यहां गौर करने वाली बात यह है कि प्रत्येक शनिवार को रीवा से प्रदेश की राजधानी भोपाल के बीच चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन रीवा-कमलापति-रीवा का अंतिम फेरा 24 जून को लगना था। ऐसी स्थिति को देखते हुए पश्चिम-मध्य रेलवे द्वारा इसको वृद्धि देने का फैसला करना पड़ा है। रेल प्रशासन द्वारा मुसाफिरों की सुविधा एवं यातायात के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए रीवा से चलाई जा रही गाड़ी संख्या 02186-02185 रीवा-रानी कमलापति-रीवा साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन के संचालन की अवधि को बढ़ाते हुए अब इसे दोनों दिशाओं से 30 सितम्बर तक संचालित रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन अपने पूर्व के निर्धारित दिन तथा समय सारिणी के साथ पूर्व के कोच कम्पोजीशन के अनुसार चलती रहेगी। यहां पर यह बता दें कि रीवा-रानी कमलापति-रीवा ट्रेन में हमेशा नोरूम जैसी स्थिति निर्मित रही। यात्रियों की बढ़ती संख्या से रेलवे को अच्छा राजस्व अर्जित हुआ। जिसके चलते रेलवे द्वारा इस ट्रेन को आगे भी संचालित किए जाने का निर्णय लिया गया है। इससे जहां रेलवे के राजस्व में वृद्धि होगी तो वहीं यात्रियों को भी आवागमन में सहूलियत मिल सकेगी।