2.5 करोड़ की ठगी करने वाले पत्रकार एंड कंपनी को यूपी से खींच लाई रीवा पुलिस, भेजे गए जेल
छत्तीसगढ़ के बैकुंठपुर जेल में बंद आरोपी के परिजनों से ढाई करोड़ की ठगी करने वाले दो गिरफ्तार.
Rewa MP News: छत्तीसगढ़ की जेल में बंद रियल स्टेट कारोबारी के रीवा में रह रहे परिवार से ढ़ाई करोड़ रूपये के ठगी करने का सनसनी खेज मामला सामने आने के बाद रीवा पुलिस ने पूरी मुस्तैदी दिखाई है। उक्त मामले में एक तथाकथित पत्रकार एवं उसके साथी को रीवा के अमहिया थाना की पुलिस ने उत्तर-प्रदेश के सुल्लतानपुर से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फरार उनके दो साथियों की तलाश पुलिस कर रही है।
पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 420 सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज करके कार्रवाई कर रही है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने अभी 35 लाख की जब्ती दिखाई है। जिसमे एक खाते से 11 लाख और दूसरे खाते से 8 लाख फ्रीज कर दिया गया है।
डॉक्टर की बहन ने दर्ज कराई थी शिकायत
एडिशनल एसपी शिवकुमार वर्मा ने बताया कि शहर के एक नामी डॉक्टर की बहन सीमा अग्रवाल निवासी बोदाबाग ने अमहिया थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होने अरोप लगाया था कि उनके पति संजय छत्तीसगढ़ राज्य के बैकुंठपुर शहर में रियल स्टेट के कारोबारी है। जिनके खिलाफ जमीन फर्जीवाड़े की कई शिकायतें दर्ज थी। ऐसे में 2 सितंबर 2020 को राजनैतिक दुर्भावना वश संजय अग्रवाल को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया। साथ ही उनके विरुद्ध 18 एवं 19 सितम्बर 2020 को दो अन्य प्रकरण दर्ज हुए।
पति के कहने पर दलालों के चगुल में फंसी महिला
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के बैकुठपुर जेल में बद पति से सीमा मिलने गई थी, तब उन्होने फरीद नाम के व्यक्ति का नाम बताते हुए उससे सम्पर्क करके मामले में मदद की बात कहीं थी। पति के द्वारा दी गई सलाह के सबंध में महिला ने अपने भाई डॉ.रवि अग्रवाल को बताई। उन्होंने फरीद से 24 सितम्बर 2020 को सम्पर्क किया, तब फरीद ने कहा कि ना सिर्फ वह राजनैतिक रूप से मदद करेगा। बल्कि राजनैतिक दुर्भावना से होने वाले प्रकरणों में रोक लगवाएगा।
तथाकथित पत्रकार के सम्पर्क में था फरीद
डॉ.रवि अग्रवाल को फरीद ने बताया कि दिल्ली स्थित दूरदर्शन में कार्यरत एक बड़े अधिकारी अजय विक्रम सिंह से बात हुई है। उनके कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ-साथ बड़े वकीलों से अच्छे संबंध हैं। उन्होंने लखनऊ में मिलने को बुलाया है। तब फरीद ने पूरे मामले को निपटाने के लिए 1.50 करोड़ रूपए मांगे। जिस पर 8-10 अक्टूबर 2020 को लखनउ में फरीद से एक होटल में मिले। फरीद के डिमांड के अनुसार 30 लाख रुपए नगद अग्रिम राशि डॉक्टर ने दी।
खुद का बताया कांग्रेस का बड़ा नेता
डॉ. रवि का कहना है कि फरीद ने लखनऊ स्थित डेन्टल कालेज के पास लेकर गया। जहां पर अजय सिंह नामक व्यक्ति मिला। फिर दोनों ने पिन्टु उर्फ संदीप तिवारी नामक व्यक्ति से मिलाया। संदीप तिवारी अपने आपको कांग्रेस का नेता न सिर्फ बताया बल्कि बड़े ही रोचक अंदाज में डॉ रवि अग्रवाल से बात करते हुए कहा कि आपका काम अजय और फरीद ने बता दिया है यह काम हो जाएगा बाकि की बात आप अजय से कर लीजिएगा। उसके बाद फरीद और अजय सिंह मेरे भाई डॉ रवि को अपने साथ लखनऊ स्थित अजय सिंह के कार्यालय ले गए। जहां अजय का एक साथी भी बैठा हुआ था। वहां उन्होंने मेरे भाई से 60 लाख नगद लेकर अगले मीटिंग में लाने को कहा। यह राशि 15 दिन बाद डॉ. रवि से ले ली गई।
ठगराजों की फिर बढ़ी डिमांड
कुछ दिन बाद फरीद ने मेरे भाई डॉ. रवि से कहा कि आपके जीजा जी का मामला काफी पेचीदा। 1 करोड़ रुपए और लगेंगे। यदि आप व्यवस्था कर लेंगे तो ठीक है वरना आपके द्वारा पहले का दिया गया पैसा भी डूब जाएगा। फिर 50 लाख रुपए 20 दिसम्बर 2020 को फरीद रीवा आकर ले गया। फिर दबाव बनाकर 50 लाख और ले लिए। इस तरह 2.50 रुपए पूरा हो गया। लेकिन कुछ दिन बाद न काम हुआ और न राशि मिली। ऐसे में आरोपी गणों से पीड़ित पक्ष ने बात की तो हीला हवाली करने गले। तब फरीद ने कहा कि उसको सिर्फ 30 लाख रुपए मिले है। 50 लाख रुपए अजय सिंह और 1.50 करोड़ रुपए पिंटू के पास है।
इनकी हुई गिरफ्तारी, ये हुए फरार
पुलिस के मुताबिक जिन लोगो को गिरफ्तार किया गया है उनमें मो. फरीद वल्द जिकरुल हक, 2-अ/73, संकट मोचन हनुमान मंदिर के पास ओबरा सोनभद्र यूपी, अजय विक्रम सिंह पुत्र जय बहादुर सिंह ए-35 तक्ष शिला एपार्टमेंट पटपड़ गंज दिल्ली है, जबकि संदीप तिवारी उर्फ पिन्टु तिवारी पुत्र एसएन तिवारी, मकान नंबर- 511 सिविल लाईन लाल दिग्गी सुलतानपुर यूपी और राम आर्य पाठक निवासी सुल्तानपुर यूपी फरार है।