कर चोरों की धरपकड़: रीवा नगर निगम ने बकायादारों के नामों की शहर भर में होर्डिंग लगाई, देखें लिस्ट...

नोटिस देने के बाद भी जिन करदाताओं ने रुपए जमा नहीं कराए हैं, रीवा नगर निगम ने शहर भर में होर्डिंग लगाकर उनके नाम सार्वजनिक कर दिए हैं।

Update: 2024-03-07 05:50 GMT

रीवा. नगर निगम ने संपत्तिकर एवं अन्य करों की वसूली को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत अब सख्त कदम उठाया है। लगातार नोटिस देने के बाद भी जिन करदाताओं ने रुपए जमा नहीं कराए हैं, उनके नाम सार्वजनिक कर दिए गए हैं। इस संबंध में नगर निगम की टीमों को वार्डों में भेजा गया है जो लगातार एनाउंस कर बता रहे हैं कि आपके मोहल्ले में किन लोगों के पास बड़ी रकम बकाया है और वह जमा नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों के यहां सख्ती के साथ अब राशि वसूली करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही होर्डिंग्स में नाम प्रकाशित कराए गए हैं।

यह होर्डिंग शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर लगाए गए हैं, जहां पर अधिक संख्या में लोगों की आवाजाही होती है। साथ ही संबंधित वार्डों में भी लगाया गया है ताकि बकायादारों के परिचित उनसे वसूली को लेकर सवाल करें तो वह नगर निगम कार्यालय में राशि जमा कराएं। वित्तीय वर्ष के आखिरी महीने में नगर निगम ने अपने बकाया टैक्स की वसूली को लेकर लगातार सख्त रुख अपनाया है। कुछ दिन पहले ही कई प्रमुख बकायादारों के घरों के बाहर नोटिस चस्पा कराई गई थी। इसके बाद भी जब उनकी ओर से रुपए जमा नहीं किए गए तो नगर निगम की टीम ने पहुंचकर तालाबंदी कर दी थी। यह ताला तब तक नहीं खुले जब तक टैक्स की रकम निगम के खाते में जमा नहीं हो गई। इसके बाद भी जिन लोगों ने टैक्स जमा करने को लेकर हीलाहवाली की है उनके नाम सार्वजनिक कर दिए गए हैं। इसके पहले भी बकायादारों की सूची जारी होती रही है लेकिन बड़े पैमाने पर होर्डिंग में नाम दर्ज कराने की घटना पहली बार हुई है।

टैक्स वसूली बढ़ाने उठाया कदम

होर्डिंग में नाम सार्वजनिक किए जाने को लेकर नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि टारगेट की तुलना में अभी कम मात्रा में राशि वसूली हो पाई है। इस वजह से ऐसे सख्त कदम उठाने पड़े हैं। पूर्व में भी संबंधित लोगों के मोहल्लों में नाम एनाउंस किए जाने और सार्वजनिक रूप से प्रकाशित होने की वजह से अधिकांश लोगों ने रुपए जमा कराए थे। इस वजह से इस वर्ष भी कुछ और सख्त कदम उठाने की तैयारी है, इससे वसूली का टारगेट पाने में सफलता मिलेगी।

1 लाख से अधिक के ये हैं प्रमुख बकायदार

नगर निगम ने अलग-अलग कैटेगरी में बकायादारों की सूची जारी की है। जिसमें एक लाख रुपए से अधिक के बकायादारों में नृत्यराघव सरस्वती, अनुराग रियल एस्टेट, शकुंतला तिवारी, चंद्रकांत पटेल, ददुआ तमेर, अच्छेलाल, इंदू मिश्रा, आशुतोष पांडेय, लीलावती वर्मा, राजबहादुर सिंह, अनसुइया गुप्ता, अशोक कुमार, बल्मिकी मिश्रा, गणेश चौरसिया, सरोज सिंह, केशव तिवारी, सुरेश शुक्ला, नूरजहां, विद्यार्थी पटेल, शंकर गुप्ता, राघवेन्द्र सिंह, सुरेश सिंधी, थानेश्वर प्रसाद तिवारी, राजेन्द्र कुमार, कुसुम पटेल, रामनारायण सिंह तिवारी, शुभम शुक्ल, केडी सिंह, मुन्नीलाल विश्वकर्मा, महेन्द्र प्रताप, कैशिल्या शुक्ला, कलावती सोनी, राजकुमारी त्रिपाठी, संजय काम्प्लेक्स, एमके खरे, भानूप्रताप, अनिल सिंह, संतोष कुमार, नागेश्वर पांडेय, भरतलाल, सुशीला आशनानी आदि पर एक से आठ लाख रुपए तक का टैक्स बकाया है।

टारगेट से कम हुई वसूली

नगर निगम हर साल 80 से 90 करोड़ रुपए का टैक्स वसूलने का टारगेट लेकर चलता है। इस पर करीब 20 फीसदी के आसपास ही सफलता मिल पाती है। पिछले वर्ष 19 करोड़ रुपए की वसूली हुई थी। इस वर्ष अभी तक पिछले वर्ष के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाए हैं। जिसकी वजह से अब मार्च महीने के शेष दिनों में अभियान चलाकर वसूली कराने की तैयारी है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि पिछले वर्ष से अधिक वसूली होने की संभावना है।

टैक्स वसूलने के लिए कई तरह से प्रयास किए जाते हैं। लोगों से संपर्क और नोटिस देने का क्रम चलता रहता है। अब नाम सार्वजनिक किए गए हैं, ताकि लोगों तक सूचनाएं पहुंच सकें। प्रयास है कि पिछले वर्ष की तुलना में टैक्स वसूली की स्थिति को बढ़ाया जाए। - संस्कृति जैन, आयुक्त नगर निगम रीवा

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