रीवा लोकसभा चुनाव 2024: 18 लोकसभा चुनावों में तीसरी बार रीवा में महिला प्रत्याशी पर दांव, दो बार हार मिली
18वें लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। भाजपा ने वर्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा को फिर से मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने महिला पर दांव खेला है। नीलम अभय मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है।
रीवा। 2024 में होने वाले 18वें लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। भाजपा ने वर्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा को फिर से मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने महिला पर दांव खेला है। नीलम अभय मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। यह तीसरी बार है जब किसी दल ने रीवा लोकसभा सीट से महिला प्रत्याशी को उतारा हो। इसके पहले 9वें लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने तो 11वें में भाजपा ने महिला प्रत्याशी पर दांव खेला था। लेकिन दोनों ही चुनावों में दलों को हार का सामना करना पड़ा।
रीवा में तीसरी बार महिला लोकसभा प्रत्याशी
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने रीवा सीट से वर्तमान सेमरिया विधायक अभय मिश्रा की पत्नी नीलम मिश्रा को उम्मीदवार घोषित किया है। नीलम 2013 में सेमरिया से भाजपा विधायक रह चुकी हैं। लेकिन 2018 चुनाव के ऐन पहले वे अपने पति के साथ कांग्रेस में शामिल हो गई थी। इसके पहले भी रीवा में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने महिला प्रत्याशी पर दांव खेला था।
9वें लोकसभा चुनाव 1989 में कांग्रेस ने रीवा महारानी प्रवीण कुमारी को उम्मीदवार बनाया था। लेकिन वे जनता दल के प्रत्याशी यमुना प्रसाद शास्त्री से 74,756 वोटों के अंतर से हार गई। इसके बाद एक बार फिर 1996 में हुए 11वें लोकसभा चुनाव में प्रवीण कुमारी को रीवा सीट की उम्मीदवारी मिली। लेकिन इस बार उन्हे भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में भी रीवा महारानी को हार का सामना करना पड़ा। वे बसपा प्रत्याशी बुद्धसेन पटेल से 12,382 मतों के अंतर से हार गईं थी।
भाजपा ने दर्ज की थी रीवा लोकसभा की सबसे बड़ी जीत
अब 2024 में होने जा रहे 18वें लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने नीलम मिश्रा पर दांव खेला है। इस तरह से नीलम दूसरी ऐसी महिला हैं, जिन्हे रीवा सीट को उम्मीदवारी सौंपी गई है। नीलम अभय मिश्रा का सामना दो बार के भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा से होना है। 2014 के लोकसभा चुनाव में जनार्दन मिश्रा को पहली बार में ही जीत हासिल हुई थी। मिश्रा ने कांग्रेस के सुंदरलाल तिवारी को 1,68,726 वोट से हराया था। इसके बाद 2019 चुनाव में मिश्रा ने कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ राज तिवारी को 3,12,807 वोट के अंतर से हराया था। ये रीवा लोकसभा में किसी भी प्रत्याशी की सबसे बड़े अंतर से हुई जीत थी।
22 सीटों में एकमात्र महिला प्रत्याशी
शनिवार तक कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की 29 में से 22 सीटों के उम्मीदवार के नामों की घोषणा कर दी है। 22 उम्मीदवारों में सिर्फ एक ही महिला को प्रत्याशी बनाया गया है। वह भी रीवा लोकसभा सीट से। अभी 6 सीटों पर प्रत्याशी तय नहीं हो पाए हैं। इनमें गुना, विदिशा, खंडवा, दमोह, मुरैना और ग्वालियर सीट शामिल हैं। खजुराहो सीट कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ी है।