रीवा: किसान की बेटी बनी असिस्टेंट लेबर ऑफिसर, विंध्य में हुआ जोरदार स्वागत
शहर के नजदीक रीठी (उमरी) गांव की रहने वाली आकांक्षा पाठक ने मध्यप्रदेशलोकसेवा आयोगकी परीक्षा में सफलता हासिल की है।
रीवा. शहर के नजदीक रीठी (उमरी) गांव की रहने वाली आकांक्षा पाठक ने मध्यप्रदेशलोकसेवा आयोगकी परीक्षा में सफलता हासिल की है। गांव के किसान वीरेन्द्र पाठक की बेटी की इस सफलता पर न केवल परिवार बल्कि पूरा गांव गौरवान्वित महसूस कर रहा है। वह पहली बार इस तरह की बड़ी सफलता हासिल करने वाली गांव की सदस्य है। आकांक्षा सहित पूरे परिवार को शुभकामनाएं देने के लिए गांव के लोग उनके घर पहुंच रहे हैं। पीएससी का परिणाम जारी होने के बाद रीवा पहुंचने पर आकांक्षा का जोरदार रीवा में स्वागत किया गया।
असिस्टेंट लेबर ऑफिसर के पद पर चयनित हुई आकांक्षा अभी सीएम राइज स्कूल रघुराजगढ़ में गणित विषय की शिक्षिका हैं। दो वर्ष पहले उनकी यहां पर नियुक्ति हुई है। वह रीवा से हर दिन रघुराजगढ़ के लिए सुबह नौ बजे निकलती थीं, ताकि समय पद पर स्कूल पहुंच सकें। इस दौरान बस एम में या फिर अन्य जगह समय मिलता गत था तो पुस्तकों और मोबाइल के जरिए अध्ययन करती थी। उसी तरह घर वह पर वह सुबह और देर रात भी पढ़ाई करती थीं।
आकांक्षा का मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग में यह तीसरा प्रयास था। पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली थी। दूसरे प्रयास में असिस्टेंट ट्रेजरी आफिसर के पद पर चयन हुआ था। इसके लिए अब ज्वाइनिंग भी करना है। इसी बीच तीसरे प्रयास का परिणाम जारी हो गया और असिस्टेंट लेबर आफिसर के पद पर उनका चयन हो गया। इस सफलता के लिए आकांक्षा समय ने कोई कोचिंग नहीं लिया। टीआरएस कॉलेज में पढ़ाई के बाद वह प्रतियोगी मिलता परीक्षा के लिए खुद ही तैयारी कर रही थी। साधारण परिवार में जन्मी आकांक्षा घर की बड़ी बेटी हैं, छोटा जो पढ़ाई भाई अभी पढ़ाई कर रहा है।