रीवा: लंपी वायरस को लेकर अलर्ट, विभाग ने 5 हजार वैक्सीन का दिया आर्डर
Lumpy Virus Vaccine: अभी तक रीवा जिले में लंपी वायरस का शिकार कोई भी गोवंश नहीं मिला है। लेकिन एहतियात के तौर पर विभाग ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
MP Rewa News: देश भर में गोवंशो के लिए परेशानी की सबब बना लंपी वायरस (Lumpy Virus) को लेकर प्रदेश सरकार (MP Government) के साथ ही विभाग भी अलर्ट हो गया है। बताया गया है की माने तो लंपी वायरस के बढ़ते प्रभाव (Lumpy Virus Effect) को देखते हुए पशु अनुसंधान केन्द्र से 5 हजार वैक्सीन मंगाए गए हैं। यह बात अलग है कि अभी तक रीवा जिले में लंपी वायरस का शिकार कोई भी गोवंश नहीं मिला है। लेकिन एहतियात के तौर पर विभाग ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
विभागीय अधिकारियों की माने तो जिले में अगर लंपी वायरस पहुंचेगा तो संबंधित गांवो को कंटेनमेंट जोन (Lumpy Virus Containment) बना कर टीका लगाया जाएगा। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही गांव के पशु पालकों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। जिससे जरूरत के समय शीघ्र असरकारक कदम उठाए जा सके।
बीमारी के लक्षण
Lumpy Virus Ke Lakshan / Lumpy Virus Symptoms : लंपी वायरस के शिकार गोवंशो में पशु को बुखार आना, वजन में कमी, आंखो से पानी टपकना, लार बहना, शरीर पर दाने निकलना, दूध में कमी और भूख नहीं लगने के साथ ही पशु का शरीर दिन प्रतिदिन खराब होना आम लक्षण है।
बीमारी से बचाव
Lumpy Virus Ki Roktham: इस बीमारी से प्रभावित पशुओं को अलग रखना चाहिए। मक्खी, मच्छर, जूं आदि को मारना, पशु की मृत्यू होने पर शवा को खुले में नहीं छोड़ना चाहिए। पूरे क्षेत्र में कीटाणुनाशक दवाओं का छिड़काव करना जरूरी होता है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की माने तो वायरस से प्रभावित मवेशियों की मौत भी हो जाती है। इसलिए बीमारी के लक्षण सामने आने पर तुरंत ही पशु चिकित्सकों से संपर्क करना चाहिए।
वर्जन
जिले में अभी तक कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है, जिसमें गोवंश लंपी वायरस की चपेट में आया हो। एहतियात के तौर पर पशु अनुसंधान केन्द्र से 5 हजार वैक्सीन मंगाई गई है।
डॉ. राजेश मिश्रा, उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग