रीवा: डॉ मनोज इंदुलकर को डीन पद से हटाने का विरोध, जूनियर डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर किया काम
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज (Shyam Shah Medical College) के डॉ मनोज इंदुलकर (Dr Manoj Indulkar) को डीन पद से हटाने का विरोध जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएसन (JUDA) कर रहा है।
Rewa MP News: चिकित्सा शिक्षा विभाग (Medical Education Department) द्वारा डॉ मनोज इंदुलकर (Dr Manoj Indulkar) के खिलाफ की की गई कार्रवाई का जूडा द्वारा विरोध किया है। इसी कड़ी में बीते दिवस जूडा द्वारा काली पट्टी बांध कर काम किया। जूडा का कहना है कि डीएमई द्वारा गलत तरीके से डॉ इंदुलकर को डीन पद से हटाया गया है। हटाने के पूर्व उन्हें न तो नोटिस ही दी गई और न ही अपना पक्ष रखने का मौका ही दिया गया।
क्या है मामला
चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा गत दिवस श्यामसाह मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ मनोज इंदुलकर की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा करते हुए उन्हें डीन पद से हटाने का निर्णय लिया गया था। डीएमई ने डॉ इंदुलकर की दो वेतनवृद्धि भी रोकने का निर्णय दिया था। डॉ इंदुलकर को पद से हटाने के बाद डॉ देवेश सारस्वत को डीन पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। डीएमई ने अपने आदेश में कहा था कि सेवानिवृत्त लेखापाल बीके शुक्ला के खिलाफ डीन द्वारा विभागीय जांच कराना पूरी तरह से गलत है। इसी परिप्रेक्ष्य में डीन की कार्यप्रणाली पर सवाल लगाते हुए डीएमई ने उन्हें पद से हटाने संबंधी आदेश जारी किया।
आदेश पर आपत्ति
जूनियर डाक्टर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ हृदयेश दीक्षित ने कहा कि डीएमई की डॉ मनोज इंदुलकर के खिलाफ की गई कार्रवाई पूरी तरह से गलत है। इसके अलावा डॉ सारस्वत को डीन बनाए जाने के दौरान वरिष्ठता का भी ध्यान नहीं रखा गया। डॉ सारस्वत का सीनियरिटी में आठवां स्थान है। इसके बावजूद उन्हें डीन बनाया जाना डीएमई की कार्यप्रणाली को कटघरे में लाकर खड़ा कर रहा है।