मिर्ची बाबा के चक्कर में लोगों ने सीएम शिवराज की अर्थी निकाली, रीवा में भारी ब्लंडर हो गया
MP Breaking News: रीवा में मिर्ची बाबा के विरोध में लोगों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अर्थी निकाल दी. जिसके बाद प्रदर्शनकारियों से पुलिस की झड़प हो गई
MP Breaking News: मध्य प्रदेश के रीवा (MP Rewa) जिले में मंगवार को भारी ब्लंडर हो गया, प्रदर्शनकारियों ने ना सिर्फ एमपी के मुख्यम्नत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला फूंका बल्कि उनकी अर्थी निकाल डाली। इसी बीच खूब हंगामा हुआ और पुलिस से लोगों की झड़प भी हो गई. पता चला है कि जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए गई तो कुछ लोगों से झूमा-झटकी हो गई और इसी के साथ विवाद और भी ज़्यादा गरमा गया।
क्या और क्यों ऐसा हुआ
रीवा जिले में इस समय मिर्ची बाबा आए हुए हैं और उनके साथ विपक्ष पार्टी कांग्रेस के नेता-नपाड़ी भी उनके समर्थन में उतरे हैं। असल में हुआ कुछ ऐसा कि। श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराम्यानंद गिरी महारात मिर्ची बाबा सोमवार को रीवा आये थे। इस दौरान उन्होंने जिले में संचालित गौशालाओं का मुआयना किया। उन्होंने देखा कि कई गौशालाओं में तो वीरानी छाई है जहां कोई मवेशी है ही नहीं। तो कुछ गौशालाओं में गोवंश भूख-प्यास से मर रहे हैं।
उन्हें ये बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने इसी मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ प्रदर्शन करने की बात की. मंगलवार को मिर्ची बाबा और उनके समर्थकों के साथ कांग्रेस के लोग भी प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए और वहां मुख्यमंत्री की अर्थी ही निकाल डाली।
पुलिस ने क्या किया
जब कोंग्रेसी और मिर्ची बाबा के समर्थक विरोध प्रदर्शन में सीएम शिवराज के खिलाफ नारेबाजी और उनका पुतला जला रहे थे तब व्यवस्था बनाने के लिए मौके पर पुलिस पहुंच गई. ये सब शहर के मानस भवन के सामने हो रहा था। जिससे ट्रैफिक भी प्रभावित हो रहा था। लोगों ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से अर्थी छीनने की कोशिश की इसी लिए लोग भड़क गए. इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प हो गई. लेकिन बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों ने अंततः अर्थी और जलाने के लिए लाए गए मुख्यमंत्री के पुतले को अपनी कस्टडी में ले लिया। जिसके बाद विरोध करने वालों ने मुख्यमंत्री के साथ पुलिस मुर्दाबाद के भी नारे लगाना शुरू कर दिया।
इस बीच मानस भवन में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों ने भजन-कीर्तन शुरू कर दिया। मिर्ची बाबा का कहना है कि गोवंशों के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। गोवंश के नाम पर लूट मची है वो भूखे मर रहे हैं, किसानों की फसल तबाह हो रही है और सरकार देख रही है।
कौन है मिर्ची बाबा (Kaun Hai Mirchi Baba)
मिर्ची बाबा एक तरह से कांग्रेस पार्टी के बड़े समर्थक माने जाते हैं और समय-समय पर गौशालाओं और गौवंशो के लिए प्रदर्शन और आंदोलन करते रहते हैं। साल 2019 में उन्होंने दिग्विजय सिंह को एमपी का मुख्यमंत्री बनाने के लिए 500 किलो मिर्ची का हवन किया था तभी से इन्हे सुर्ख़ियों में जगह मिलने लगी. उन्होंने यर भी कहा था कि अगर दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो वह समाधी लेलेंगे लेकिन बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने 3 लाख वोटों से चुनाव जीत लिया। जब बात समाधी लेने की आई तो बाबा गायब हो गए.
हालांकि उन्होंने अपने एडवोकेट के माध्यम से कलेक्टर को पत्र लिख जल समाधी लेने की इच्छा जताई थी लेकिन कलेक्टर ने ऐसा करने से मना कर दिया था। जाहिर है कोई भी कलेक्टर के पास किसी को ख़ुदकुशी करने की अनुमति देने का अधिकार नहीं है। ये सिर्फ राष्ट्रपति ही कर सकते हैं।