रीवा में दो दर्जन से अधिक अति जर्जर भवन ढहाए जाएंगे, दीवार हादसे के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर
रीवा में जर्जर और अति जर्जर भवनों को ढहाने की कार्यवाही शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस कदम को उठाया है। जानिए विस्तार से इस अभियान के बारे में।
मध्य प्रदेश के रीवा और सागर में दीवार धंसने से हुई बच्चों की मौत के बाद रीवा जिला प्रशासन ने जर्जर और अति जर्जर मकानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार से शुरू हुई यह कार्यवाही बुधवार को भी जारी रहेगी।
कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि रीवा में दो दर्जन से अधिक अति जर्जर मकान चिन्हित किए गए हैं, जो खतरे की श्रेणी में आते हैं। लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए जिला प्रशासन इन मकानों को गिरा रहा है। इस प्रक्रिया को क्रमिक रूप से पूरा किया जाएगा ताकि भविष्य में किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। कलेक्टर ने लोगों से भी अपील की है कि वे जर्जर मकानों को तुरंत खाली कर दें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें।
जानकारी के अनुसार, रीवा में नगर निगम ने 199 जर्जर भवन और 24 अति जर्जर भवन चिन्हित किए हैं। ये सभी भवन खतरे की श्रेणी में आते हैं और इन्हें जल्द ही ढहाया जाएगा। सागर और रीवा में हुए दीवार हादसे से सबक लेते हुए यह कार्यवाही की जा रही है। अब तक तीन अति जर्जर भवन शहर में गिराए जा चुके हैं और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।