रीवा में बोरवेल में गिरे मासूम की मौत: 45 घंटे तक चला रेस्क्यू, नहीं बच सका मयंक; सीएम ने जनपद CEO और PHE SDO को सस्पेंड किया

रीवा के मनिका गांव में शुक्रवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे 160 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 6 वर्षीय मासूम मयंक को बचाया नहीं जा सका. 45 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद मयंक का शव मिला.

Update: 2024-04-14 11:41 GMT

Child Fell Into Borewell In Rewa

रीवा. बोर के अंदर फंसे जनेह थाना के मनिका गांव के 6 साल के मयंक को निकालने के लिए शुक्रवार की शाम से 45 घंटे तक लगातार रेस्क्यू टीम जुटी रही। लेकिन मयंक को बचाया नहीं जा सका। रविवार की दोपहर तक चले रेस्क्यू के बाद वह बोरवेल में 42 फीट की गहराई पर मिट्टी-पत्थरों के बीच दबा मिला। उसके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। मेडिकल टीम उसे अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। 

मयंक परिवार का सबसे बड़ा लड़का था। विजय कोल के तीन बच्चे हैं, जिसमें मयंक सबसे बड़ा था। इसके बाद चार साल का छोटा भाई और ढाई साल की छोटी बहन है। घटना के बाद जहां परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं पूरा गांव में मातम छाया हुआ है।

जनपद CEO, पीएचई SDO सस्पेंड

सीएम डॉ. मोहन यादव ने मयंक की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को रेड क्रॉस की ओर से 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है। सीएम ने त्योंथर जनपद के सीईओ और एसडीओ, पीएचई के एसडीओ को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।

मयंक शुक्रवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे 160 फीट गहरे बोरवेल में गिरा था। वह खेत में बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी दौरान खेत में ही खुले पड़े बोरवेल में गिर गया। बच्चे की मां शीला आदिवासी अपनी मासूम बेटी को गोद में लेकर रातभर घटनास्थल पर बैठी रही। 

Live Updates
2024-04-13 08:59 GMT

रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि मयंक को बचाने के प्रयास चल रहे हैं। बोरवेल की गहराई 70 फीट है, अब तक 50 फीट खुदाई की जा चुकी है। कैमरे और एलईडी के माध्यम से जानकारी ली है, उसके अनुसार 45 से 50 फीट की गहराई में बच्चे के फंसे होने की संभावना है। बोरवेल के पास टनल बनाने का काम तेजी से जारी है, ताकि बच्‍चे तक आसानी से पहुंचा जा सके।

2024-04-13 08:57 GMT

बोरवेल में फंसे बच्चे का फिलहाल कोई मूवमेंट नहीं हो रहा है। 22 घंटे से अधिक समय हो गया है रेस्क्यू होते हुए। अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है। बोरवेल के पैरलल तेजी से गड्ढे की खुदाई की जा रही है। 

2024-04-13 08:49 GMT



2024-04-13 08:47 GMT

तीन साल पहले बोर को हीरामणि मिश्रा ने खुदवाया था लेकिन वह नाकाम था जिस पर उसे लावारिस छोड़ दिया गया था। उसे न तो बंद कराया गया था और न ही सुरक्षित कराया गया था। तीन साल से ही बोर खुला पड़ा था जिसकी वजह से यह हादसा हो गया।

2024-04-13 08:46 GMT

डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला बचाव कार्य का जायजा लेने घटना स्थल पहुंचे हुए हैं। उन्होंने मीडिया से कहा, मनिका गांव में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है, एक बच्चा जिसका नाम मयंक है वह बोरवेल में गिर गया। घटना के तुरंत बाद से राहत कार्य जारी है। एनडीआरएफ के टीम, जिला प्रशासन तैनात है। बच्चे को सकुशल निकालने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। 

2024-04-13 08:41 GMT

मासूम मयंक के दादा हिन्चलाल आदिवासी रातभर से घटनास्थल पर मौजूद हैं। उनका कहना है कि हम तो मजदूर हैं। ठेकेदार ने बाद में बताया कि बच्चा गड्‌ढे में गिर गया है। अब तो सब भगवान भरोसे है।

2024-04-13 08:40 GMT

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, हमने रेस्क्यू टीम लगाई हुई है, लेकिन बारिश से मिट्टी गीली होने के कारण काफी कठिनाई आ रही है। बच्चे को बचाने के लिए जो भी जरूरत पड़ेगी वो सब करेंगे। हमारे विधायक सिद्धार्थ तिवारी मौके पर हैं। कलेक्टर और एसपी से मेरी बात हुई है। रेस्क्यू टीम लगी हुई है, उम्मीद कर रहे हैं कि हम सब मिलकर सफल हों।

डॉ. यादव ने कहा कि मैंने प्रशासन को पहले भी निर्देश दिए हैं, पुनः निर्देश दे रहा हूं कि किसी भी क्षेत्र में अगर खुले हुए बोरवेल हों तो उनको तुरंत बंद कराए। खासकर ऐसे सूखे बोरवेल जिनमें पानी नहीं आता है। इससे जिंदगी का बहुत बड़ा नुकसान होता है। इससे बचना चाहिए। हम उम्मीद करेंगे कि आने वाले समय में ऐसी घटना न हो।

2024-04-13 08:39 GMT

घटना के बाद से त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी मौके पर मौजूद हैं। उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और ढांढस बंधाया। इसके बाद उन्होंने रेसक्यू आपरेशन की भी जानकारी ली। अधिकारियों से बातचीत कर बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने हर संभव इंतजाम सुनिश्चित करवाने की बात कही।

2024-04-13 08:38 GMT

रीवा एसपी विवेक सिंह ने बताया कि खुदाई हो गई है। बच्चे का कुछ क्लू मिला पर स्पष्ट नहीं हो सका है। बोरवेल काफी गहरा है। बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। बच्चे को लगातार ऑक्सीजन दी जा रही है। बच्चे के उपचार के लिए मेडिकल टीम भी एंबुलेंस के साथ मौके पर तैनात है।

2024-04-13 08:36 GMT

शुक्रवार की दोपहर 2.30 बजे हादसे की सूचना मिलते ही त्योंथर एसडीएम संजय जैन, एसडीओपी उदित मिश्रा, तहसीलदार राजेश तिवारी, थाना प्रभारी कन्हैया बघेल, जनपद सीईओ राहुल पाण्डेय सहित तमाम अधिकारी मौके पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू कराया। कुछ देर बाद कलेक्टर प्रतिभा पाल एवं पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह घटना स्थल पर पहुंच गए व राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी करने लगे। रेसक्यू के दौरान सांयकाल अचानक मौसम बिगड़ा और बारिश होने लगी, इससे अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। बोर में पानी भरने से बचाने के लिए ऊपर पॉलीथिन लगवा दी गई।

हालांकि थोड़ी बूंदाबांदी के बाद बारिश रुक गई थी जिसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली। रात में यदि मौसम का मिजाज बिगड़ता है तो उसके लिए भी अधिकारियों द्वारा व्यवस्था कराई जा रही है ताकि बारिश होने पर पानी बोर में न भर जाए। बारिश यदि ज्यादा हुई तो कीचड़ से रेसक्यू ऑपरेशन में भी परेशानी आ सकती है।

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