एमपी को पहला रणजी जिताने वाले Ishwar Pandey ने क्रिकेट से संन्यास लिया, रेवांचल एक्सप्रेस ने MS Dhoni को लेकर कही बड़ी बात
भारतीय क्रिकेट ईश्वर पांडेय ने संन्यास की घोषणा की: एमपी को पहला रणजी टूर्नामेंट जिताने वाले रेवांचल एक्सप्रेस ने इंटरनेशनल और डोमेस्टिक क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. वे रोड सेफ्टी जैसी इंटरनेशनल लीग खेलते रहेंगे.
जून 2022 में एमपी ने रणजी टूर्नामेंट पहली बार अपने नाम कर इतिहास रच दिया था. एमपी के रीवा जिले के रेवांचल एक्सप्रेस (Rewanchal Express Ishwar Pandey) के नाम से मशहूर रहें इंडियन क्रिकेटर ईश्वर पांडेय (Ishwar Pandey) उसी रणजी टीम का हिस्सा रहें हैं. लेकिन सोमवार को उन्होंने अचानक से इंटरनेशनल और डोमेस्टिक क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. हालांकि, वे रोड सेफ्टी जैसी इंटरनेशनल लीग में खेलते रहेंगे. उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा के दौरान एमएस धोनी पर कुछ बाते कही है.
33 वर्षीय ईश्वर पांडेय देश के उन बदनसीब क्रिकेटरों में से एक हैं, जिन्हे इंडिया की इंटरनेशनल क्रिकेट बतौर तेज गेंदबाज टीम में तो शामिल किया गया, लेकिन उन्हें डेब्यू मैच का कैप तक नसीब न हो सका. ईश्वर 2014 में पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी के नेतृत्व वाली भारतीय टीम में न्यूजीलैंड दौरे के लिए चुने गए थे, लेकिन उन्हें डेब्यू करने का मौका नहीं मिला.
रीवा रियासत न्यूज़ से बात करते हुए 6 फीट 2 इंच के ईश्वर ने उस दर्द को साझा करते हुए कहा, 'अगर धोनी एक मौका दे देते तो मेरा करियर कुछ और होता'. उन्होंने कहा, 'तब मैं 23-24 साल का था और मेरी फिटनेस भी बहुत अच्छी थी. लेकिन एमएस धोनी ने मुझे चांस ही नहीं दिया, अगर वे चांस देते तो मैं देश के लिए अच्छा कर जाता तो निश्चित ही मेरा करियर कुछ और होता.'
डिविलियर्स का विकेट लेने के बाद भी पड़ी थी डांट
ईश्वर ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ बिताए यादगार लम्हे को साझा करते हुए कहा- एक बार हम बेंगलुरु में RCB के खिलाफ मैच खेल रहे थे. एबी डिविलियर्स बैटिंग करने आए, तो माही भाई ने मुझे बॉल थमाई और कहा कि इसे यॉर्कर मत मारना और अच्छी बॉलिंग करना. मैंने डिविलियर्स को तीन-चार बॉल बीट करा दी और पांचवीं में चौका खा गया. एक बॉल बची थी तो मैंने सोचा यॉर्कर मार दूं. मैंने यॉर्कर डाली और वह लो फुलटॉस हो गई. डिविलियर्स उसी गेंद पर आउट हो गए. विकेट मिलने के बाद धोनी मेरे पास आए और मुझे मजाकिया लहजे में डांटते हुए कहा कि तुम्हें मना किया था न कि यॉर्कर मत डालना. फिर बाद में पीठ थपथपाते हुए कहा- कोई बात नहीं, आगे ध्यान रखना.
आधा दर्जन टीमों के लिए खेले
ईश्वर ने डोमेस्टिक और लीग क्रिकेट में आधा दर्जन टीमों के लिए गेंदबाजी की. उन्होंने मध्यप्रदेश, सेंट्रल जोन, इंडिया ए, चेंन्नई सुपर किंग्स, पुणे वारियर्स और राइजिंग पुणे सुपर जाएंट्स के लिए क्रिकेट खेला. ईश्वर ने डोमेस्टिक करियर में एक हजार से ज्यादा रन भी बनाए हैं.