रीवा के लिये ऐतिहासिक दिन - बेटियों के लिये सैनिक स्कूल में प्रवेश के खुले द्वार, विस अध्यक्ष कन्या छात्रावास का लोकार्पण किया
रीवा। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सैनिक स्कूल रीवा (Sainik School Rewa) में कन्या छात्रावास (Girls Hostel) भवन का लोकार्पण किया। इसके साथ ही सैनिक स्कूल रीवा में बेटियों के प्रवेश लेकर शिक्षा ग्रहण करने का द्वार खुल गया है। पहली बार सैनिक स्कूल में बेटियों को प्रवेश दिया गया है। प्रारंभ में 10 बेटियों को सैनिक स्कूल रीवा में प्रवेश दिया गया है। कन्या छात्रावास में इनके रहने तथा भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है।
रीवा। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सैनिक स्कूल रीवा (Sainik School Rewa) में कन्या छात्रावास (Girls Hostel) भवन का लोकार्पण किया। इसके साथ ही सैनिक स्कूल रीवा में बेटियों के प्रवेश लेकर शिक्षा ग्रहण करने का द्वार खुल गया है। पहली बार सैनिक स्कूल में बेटियों को प्रवेश दिया गया है। प्रारंभ में 10 बेटियों को सैनिक स्कूल रीवा में प्रवेश दिया गया है। कन्या छात्रावास में इनके रहने तथा भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष गौतम ने कहा कि सैनिक स्कूल पूरे विन्ध्य क्षेत्र का गौरव है। इस संस्था ने देश को कई बहादुर और सफल सेना अधिकारी दिये हैं। सैनिक स्कूल में पहली बार बेटियों को शिक्षा के लिये अवसर दिया जा रहा है।
रीवा शहर ही नहीं दूर-दराज गांव की बेटियों ने भी प्रवेश लिया है। इन्हें सभी सुविधायें दी जायेंगी। अब हमारे क्षेत्र की बेटियों को सैनिक स्कूल में शिक्षा ग्रहण करके देश की सेनाओं में प्रवेश करने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री जी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को बेटियों के सैनिक स्कूल में प्रवेश से नया आयाम मिलेगा। विधानसभा अध्यक्ष ने सैनिक स्कूल परिसर में शहीद स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों का नमन किया।
सैनिक स्कूल के प्राचार्य कर्नल राजेश वेदा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि देश के 22 सैनिक स्कूलों में इस वर्ष से बेटियों को भी प्रवेश की सुविधा दी जा रही है। इनके लिये अलग से छात्रावास बनाया गया है। इसमें बेटियों को बालकों के ही समान भोजन, आवास तथा अन्य सुविधायें दी जा रही हैं। रीवा में 1962 में सैनिक स्कूल की स्थापना हुई थी।
इस वर्ष सैनिक स्कूल में बेटियों को प्रवेश देकर ऐतिहासिक कदम उठाया है। बेटियां हर क्षेत्र में बेटों के समान आगे बढ़ रही हैं। उन्हें सैनिक स्कूल के माध्यम से भारतीय सेनाओं में प्रवेश के अवसर मिलेंगे। इस अवसर पर सैनिक स्कूल के अधिकारी, शिक्षकगण तथा जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।