रीवा की चार दुकानों पर जीएसटी टीम की छापेमारी, सराफा बाजार में देर शाम तक खंगाले गए दस्तावेज
जीएसटी रिटर्न में गड़बड़ी पर फिर टारगेट में आए रीवा के व्यापारी. लाखों रुपए की टैक्स चोरी का हो सकता है खुलासा, कच्चे बिल भी हाथ लगे.
GST Raid: रीवा. फोर्ट रोड स्थित सराफा बाजार में राज्य कर एंटीएवीजन ब्यूरो की टीम ने एक साथ चार सराफा दुकानों में दोपहर छापा मारा। शहर में एक साथ चार ज्वेलर्स फर्मों में छापे के बाद बाजार में हड़कंम मच गया। यह कार्रवाई आरके इंटरप्राइजेज, एसके ट्रेडर्स, साईं आभूषण और पार्थ आभूषण में हुई है।
इन फर्मों के प्रोपराइटर द्वारा जीएसटी में प्रस्तुत रिटर्न काफी कम बताया जा रहा है जबकि व्यापार अधिक का कर रहे है। इसको लेकर जीएसटी एंटीएवीएज टीम ने छापा मारा है। आरके इंटरप्राइजेज के प्रोपाइटर राजीव कुमार सोनी, एसके ट्रेडर्स के सुधीर सोनी और साई आभूषण के प्रहलाद ताम्रकार और उनकी पत्नी समीक्षा ताम्रकार के नाम से रजिस्टर्ड फर्म पार्थ आभूषण में देर तक कार्रवाई चलती रही। इस दौरान टीम ने दुकान मेें स्टॉक सहित क्रय-विक्रय के अखिलेख खंगाले।
टीम को बड़ी कर चोरी मिलने की संभावना है। इस टीम का राज्य कर अधिकारी विकास अग्रवाल नेतृत्व कर रहे हैं। इसके अलावा सहा. आयुक्त राजीव गोयल, सुरेश साकेत, दलबीर सिंह, नवीन दुबे सहित कई निरीक्षक शामिल हैं।
मोहित स्टोर में मिला 2 करोड़ का अधिक स्टॉक
जीएसटी की एंटी एवीजन टीम की मोहित स्टोर सब्जी मंडी और अर्जुन नगर स्थित होजरी गोदाम में छापे की कार्रवाई लगातार दूसरे दिन भी जारी रही। यह कार्रवाई शाम सात बजे पूरी हो गई। कार्रवाई के दौरान फर्म में दो करोड़ का माल अधिक मिला है। साथ ही बड़ी संख्या में कच्चे बिल मिलने पर 60 लाख रुपए की कर चोरी मिली है। फर्म संचालक जगदीश रामवानी ने 60 लाख का चालान जमा कर दिया है। यह कार्रवाई राज्यकर उपायुक्त उमेश त्रिपाठी के नेतृत्व में की गई।
जांच पूरी होने तक सील रहेंगी फर्म
दोपहर में सराफा में छापे की कार्रवाई के बाद इन फर्मों को सील कर दिया है। जब तक जांच पूरी नहीं होती तब तक के लिए फर्मों में किसी तरह से खरीदी-बिक्री का कार्य नहीं होगा। साथ ही बाहरी लोगों को वहां पर प्रवेश भी नहीं दिया जाएगा। फर्म संचालकों की मौजूदगी में केवल जांच टीम के सदस्य रहेंगे।
बर्तन व्यापारी के यहां पड़ी थी रेड
कुछ दिन पहले ही जीएसटी एईबी विंग ने रीवा में एक बर्तन व्यापारी के यहां रेड मारी थी। अजय इंडस्ट्री अजय बदर्स और आराधना ट्रेडर्स के यहां कार्रवाई की थी। यहां भी टर्ज ओव्हर में गड़बड़ी की आशंका जताई गई थी। बिल में भारी अनियमितता मिली थी। दुकानदार ने 55.80 लाख रुपए सरेंडर किए थे।