रीवा में बीमार पड़े भगवान, छोड़ा गर्भ ग्रह, 1 जुलाई को निकलेगे भ्रमण पर
रीवा के लक्ष्मणबाग में बीमार पड़े भगवान के स्वस्थ होने पर निकलेगी जगन्नाथ रथ यात्रा.
रीवा। वर्षो ये चली आ रही परम्परा के तहत आषाण मास में बीमार पड़े भगवान को लक्ष्मणबाग में मंदिर के गर्भ ग्रह से निकाल कर बाहर उनकी देखभाल की जा रही है तो वही रथयात्रा को लेकर भी तैयारी की जा रही है।
दी जा रही ठंडई
लक्ष्मणबाग संस्थान के दीनानाथ शास्त्री ने बताया कि भगवान जगन्नाथ स्वामी, उनके भाई बलभ्रद और बहन सुभद्रा आषाण मास में 15 दिनों तक बीमारी के हालत में थें। लक्ष्मणबाग में भगवान की मूर्तिया स्थापित है और आज भी भगवान के नियमों का पालन बराबर किया जा रहा है। ऐसी मान्यता रही है कि आषाण मास में वे बीमारी के हालत में थें और वे बाहर विश्राम करते थें। जिसके चलते गर्भ ग्रह से बाहर उनकी प्रतिमाओं को 15 दिनों तक रखा जा रहा है। बाहर उनकी सेवा की जा रही है। उन्हे दी जाने वाली ठंडई का प्रसाद सभी को दिया जाता है।
पुरी की तर्ज पर निकलेगी रथ यात्रा
मानस मंडल के अध्यक्ष अनुपम तिवारी ने बताया कि पुरी की तर्ज पर रीवा में भी रथयात्रा वर्षो से निकाली जा रही है। उसी के तहत 1 जुलाई को रथयात्रा लक्ष्मणबाग से निकाली जाएगी। भगवान को बग्गी में सवार किया जा जाएगा और निर्धारित मार्गो से होकर यह यात्रा गुजरेगी। जंहा भगवान का शहरवासी दर्शन लाभ ले सकेगे।
रथयात्रा रात में मानस भवन पहुचेगी और भगवान विश्राम करेगे। वहां भजन-र्कीतन आदि के कार्यक्रम आयोजित किये जाएगे और दूसरे दिन यह यात्रा मानस भवन से दोपहर रवाना होकर लक्ष्मणबाग पहुचेगी। जंहा यात्रा का समापन होगा और भगवान अपने स्थान पर विराजमान होगें।
दो वर्षो बाद निकलेगी रथ यात्रा
जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा लगभग दो वर्षो बाद शहर में निकल रही है। दरअसल कोविड संक्रमण के चलते यह रथयात्रा वर्ष 2020 और 21 में नही निकाली गई थी। लम्बे समय बाद निकाली जा रही इस वर्ष रथ यात्रा को लेकर अच्छा उत्साह है।