रीवा में अनुसूचित जाति सीनियर हॉस्टल की छात्राओं ने लगाई सुरक्षा की गुहार, वार्डन और चपरासी पर लगाया यह आरोप

MP Rewa News: रीवा जिले के एक हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।

Update: 2022-09-27 10:50 GMT

MP Rewa News: प्रदेश में हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतरी हुई है, स्थिति यह है कि हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था जहां ताक पर होती है वहीं हॉस्टल प्रबंधन की कार्यप्रणाली भी पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना होती है। इसी कड़ी में जिले के एक हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में छात्राओं ने हॉस्टल की वार्डन, चपरासी, रसोइयां पर न सिर्फ गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया है बल्कि कहीं शिकायत करने की स्थिति में धमकी भी दी है। फिलहाल कलेक्टर द्वारा मामले की जांच की जा रही है। यह मामला शहर के नवीन अनुसूचित जाति सीनियर छात्रावास बोदाबाग (Boda Bag) का है। गौरतलब है कि शहर में नर्सिंग हॉस्टल (Nursing), अनुसूचित छात्रावास, मेडिकल हॉस्टल सहित अन्य छात्रावास है। लेकिन अधिकारियों द्वारा कभी भी इन हॉस्टल की व्यवस्था का मुआयना नहीं किया जाता।

क्या है ज्ञापन में

ज्ञापन में छात्राओं ने जिला कलेक्टर से कहा है कि वह हॉस्टल के वार्डन, चपरासी, रसोइयां सहित अन्य कर्मचारियों की जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई करें। छात्राओं ने बताया कि छात्रावास में हमें जो खाना दिया जाता है वह खाने योग्य नहीं होता, जब हमने इसकी शिकायत वार्डन से की तो उल्टा उन्होने हम लोगों को ही डांट फटकार कर शांत करा दिया। जब छात्राओं ने वार्डन से खाने के बारे में शिकायत की तो छात्रावास से नाम कटवाने और जान से मारने की धमकी भी दी गई। आरोप है कि छात्राओं को इस तरह की धमकी पूर्व में कई बार मिल चुकी है। अगर उनके साथ किसी तरह की अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए छात्रावास प्रबंधन जिम्मेदार होगा। छात्राओं का कहना है कि छात्रावास का प्यून भी हमसे अभद्रता से बात करता है।

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