भाजपा प्रत्याशियों की पांचवी लिस्ट: रीवा के त्योंथर से सिद्धार्थ, सेमरिया से केपी, गुढ़ से नागेंद्र और मनगवां से नरेंद्र को टिकट
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पांचवी लिस्ट में रीवा जिले के बचे हुए 4 विधानसभा प्रत्याशियों के भी नाम घोषित कर दिए गए हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए पांचवी सूची जारी कर दी है। पाँचवी सूची में 92 प्रत्याशियों के नाम जारी किए गए हैं। वहीं रीवा जिले के बचे हुए चार विधानसभाओं के उम्मीदवारों के नामों पर भी मुहर लग गई है। हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में आए सिद्धार्थ तिवारी राज को त्योंथर, नरेंद्र प्रजापति को मनगवां, नागेंद्र सिंह को गुढ़ और सेमरिया से केपी त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया गया है। नागेंद्र सिंह और केपी त्रिपाठी मौजूदा विधायक हैं। जबकि त्योंथर और मनगवां में नए प्रत्याशी चुनाव लड़ेगे।
भाजपा प्रत्याशियों की पांचवी लिस्ट (रीवा जिला)
इसके पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की चौथी लिस्ट जारी की थी। चौथी लिस्ट में 57 उम्मीदवारों के नाम हैं। ये सभी मौजूदा विधायक हैं। इस लिस्ट में किसी भी नए चेहरे को शामिल नहीं किया गया है। इसके पहले जारी तीन लिस्टों में रीवा जिले के किसी भी विधानसभा प्रत्याशी का नाम नहीं था। लेकिन चौथी लिस्ट में जिले के 8 में से 4 विधानसभा प्रत्याशियों के नाम हैं। सभी मौजूदा विधायक हैं और पार्टी ने एक बार इन पर फिर से भरोसा जताया है।
आइये जानते हैं रीवा जिले के चार विधायक प्रत्याशियों के बारे में...
विधानसभा क्षेत्र 68- सिरमौर, मौजूदा विधायक- दिव्यराज सिंह (भाजपा)
रीवा जिले के जिन चार विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवार घोषित किए गए हैं, उनमें सिरमौर का भी नाम है। सिरमौर में दिव्यराज सिंह भाजपा से मौजूदा MLA हैं। पार्टी ने एक बार फिर इन पर भरोसा जिताया है। दिव्यराज सिंह 2013 में पहली बार भाजपा से टिकट पाकर सिरमौर के विधायक चुने गए थे। इसके बाद 2018 में भी उन्होने अपने जीत को बरकरार रखा। 2018 में दिव्यराज ने कांग्रेस के अरुणा विवेक तिवारी को 13401 वोटों से हराया था।
रीवा राजघराने के राजकुमार दिव्यराज सिंह पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह के बेटे हैं। दिव्यराज के सामने कांग्रेस से कौन होगा यह तो आईएनसी उम्मीदवारों की लिस्ट आने के बाद पता चलेगा। कांग्रेस से संभवतः राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल सिरमौर के प्रत्याशी हो सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि इस सीट से पूर्व सांसद सुंदरलाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ राज तिवारी का भी नाम प्रस्तावित हुआ था। लेकिन सिद्धार्थ सिरमौर की बजाय त्योंथर से टिकट चाहते हैं। सिरमौर में भाजपा प्रत्याशी दिव्यराज सिंह के सामने बसपा से वीडी पांडे, सपा से लक्ष्मण तिवारी और आप से सरिता पांडे मैदान पर हैं।
विधानसभा क्षेत्र 71- मऊगंज, मौजूदा विधायक- प्रदीप पटेल (भाजपा)
भाजपा की चौथी लिस्ट में मऊगंज प्रत्याशी की भी घोषणा की जा चुकी है। मऊगंज से एक बार फिर मौजूदा विधायक प्रदीप पटेल को कमान दी गई है। प्रदीप पटेल 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस विधायक रहे सुखेंद्र सिंह बन्ना को हराकर विधानसभा तक पहुंचे थे। पटेल ने बन्ना को 11092 मतों के अंतर से हराया था। अब यह विधानसभा क्षेत्र नए जिले मऊगंज के अंतर्गत आता है। 15 अगस्त 2023 को मऊगंज राज्य के 53वें जिले के तौर पर अस्तित्व में आया था। इस सीट पर प्रदीप पटेल (भाजपा) बनाम सुखेन्द्र सिंह बन्ना (कांग्रेस) एक बार फिर तय माना जा रहा है। हालांकि इस सीट पर भी अभी तक कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
विधानसभा क्षेत्र 72- देवतालाब, मौजूदा विधायक- गिरीश गौतम (भाजपा)
भाजपा के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को देवतालाब से एक बार फिर मौका दिया गया है। वह 2003 से 2018 तक लगातार चौथी बार दो अलग-अलग सीटों से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। गौतम 2018 में निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा की सीमा जयवीर सिंह को 1080 वोटों से हराकर विधानसभा पहुंचे हैं। गौतम के सामने कांग्रेस किसे उम्मीदवार बनाएगी अभी यह साफ नहीं है। लेकिन क्षेत्र से दो नाम काफी आगे चल रहें हैं, जयवीर सिंह सेंगर और पदमेश गौतम।
विधानसभा क्षेत्र 74- रीवा, मौजूदा विधायक- राजेन्द्र शुक्ल (भाजपा)
शिवराज सरकार के केबिनेट मंत्री राजेन्द्र शुक्ल एक बार फिर रीवा से प्रत्याशी बनाए गए हैं। चार बार से लगातार अजेय राजेन्द्र शुक्ल वर्तमान में लोकस्वास्थ्य यान्त्रिकी एवं जनसम्पर्क विभाग के कैबिनेट मंत्री हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में राजेन्द्र शुक्ल ने कांग्रेस के अभय मिश्रा को 18089 मतों के अंतर से हराया था। रीवा विधानसभा से 2003 में राजेंद्र शुक्ल निवर्तमान विधायक पुष्पराज सिंह को हराकर पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए। इसके बाद 2008, 2013 और 2018 में वे रीवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक बनते गए और शिवराज सरकार की कैबिनेट में रहें। अब एक बार फिर उन्हे भाजपा ने रीवा से प्रत्याशी बनाया है। लेकिन कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।