उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने नगर निगमों सहित 28 निकायों के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की समीक्षा की, बोले- शहर को साफ और सुन्दर रखना हम सबकी जिम्मेदारी है
रीवा कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने दो नगर निगमों एवं 28 नगरीय निकायों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की समीक्षा की।
रीवा. कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने दो नगर निगमों एवं 28 नगरीय निकायों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की समीक्षा की।
बैठक में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर को साफ और सुन्दर रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। कचरे का हर घर से प्रतिदिन संकलन होना अनिवार्य है। नगरीय निकाय घर-घर से कचरा संग्रहण की व्यवस्था कर उसे ट्रांसर्फर स्टेशन में पहुंचाये। रेमकी कंपनी सभी नगरीय निकायों में ट्रासर्फर स्टेशन बनाकर वहा कचरे के पृथक्करण की व्यवस्था करायें। साथ ही कचरे का समय पर उठाव करके उसे बिजली बनाने के लिए पहड़िया के बेस्ट टू एनर्जी प्लांट लेकर जाय। शहरों के कचरे का 10 फरवरी तक शत-प्रतिशत उठाव करा दें। इसके लिए अतिरिक्त वाहन तैनात करें।
बैठक में रीवा नगर निगम के महापौर अजय मिश्र बाबा ने कहा कि नगरीय निकाय और रेमकी कंपनी की बीच की कठिनाइयाँ दूर की जायेंगी। कंपनी कचरे के तत्काल उठाव की पहल करें। लंबित बिलों के भुगतान के लिए समिति गठित कर दी गयी है। समिति की अनुशंसा के बाद बिलों का भुगतान नगरीय निकाय करेंगे।
बैठक में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे क्षेत्र को कचरे से मुक्त बनाने और इस कचरे से बिजली बनाने के लिए यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। रेमकी कंपनी और नगरीय निकायों द्वारा समन्वय से काम न करने के कारण कई कठिनाइयाँ उत्पन्न हुई। अब सभी कठिनाइयों का समाधान कर दिया गया है। रेमकी कंपनी द्वारा किये गये कार्य के अनुसार नगरीय निकाय उसका भुगतान कर दें। कंपनी कचरे के उठाव की समुचित व्यवस्था करें।
डिप्टी सीएम ने कहा सभी नगर परिषद अध्यक्ष और सीएमओ एक माह में वाहनों की व्यवस्था करके हर घर से कचरे का उठाव करायें। कचरा संग्रहण की लगातार मानीटरिंग करें। नगरीय निकायों में बनाये गये कचरा स्टेशन में रेमकी कंपनी दो काम्पेक्टर लगाये। इसे चलाने के लिए नगरीय निकाय ट्रासर्फामर लगाकर बिजली का कनेक्शन उपलब्ध करायें।
बैठक में मृत पशुओं के निष्पादन के लिए की जा रही व्यवस्था के संबंध में उप मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से नगरीय निकाय के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने बैठक में कहा कि पहड़िया प्लांट में कंपनी 600 किलो प्रतिदिन मृत पशु निष्पादन का प्लांट लगाये। इसके लिए आवश्यक 15 करोड़ रूपये की राशि नगरीय प्रशासन विभाग देगा। बैठक में रीवा तथा सतना नगर निगम एवं 28 नगरीय निकायों में कचरा प्रबंधन की निकायवार समीक्षा की गयी।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि जिन पांच बिन्दुओं पर बैठक में सहमति बनी है उन पर तत्परता से कार्यवाही करें। पहड़िया के कचरे से बिजली बनाने वाले प्लांट का 14 फरवरी को शुभारंभ प्रस्तावित है। इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें। कचरे का नियमित उठाव होने पर ही नगरीय निकाय स्वच्छ रहेंगे।
बैठक में सीधी में कचरे ट्रांसर्फर स्टेशन के जमीन निर्धारण तथा चित्रकूट से कचरे के एक सप्ताह में उठाव के संबंध में चर्चा की गयी। बैठक में नगर निगम के अध्यक्ष श्री व्यंकटेश पाण्डेय, सीधी, रीवा और सतना जिले के सभी नगर पालिकाओं एवं नगर परिषदों के अध्यक्ष, शहरी विकास अभिकरण में विधायक प्रतिनिधि राजेश पाण्डेय, आयुक्त नगर निगम श्रीमती संस्कृति जैन, अधीक्षण यंत्री शैलेन्द्र शुक्ला, संयुक्त संचालक आरपी सोनी, सभी सीएमओ तथा रेमकी कंपनी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।