रीवा शहर से दिनदहाड़े कपल का अपहरण, समान पुलिस ने 100 किमी पीछा कर छुड़ाया, नाबालिग समेत 5 गिरफ्तार
रीवा में दम्पत्ति का अपहरण: किडनैपर्स ने दम्पत्ति को ऑटो से उतारकर जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया था.
Rewa Kidnaping Case: मध्य प्रदेश की रीवा पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के प्लान को चौपट कर दिया. रीवा की समान थाना पुलिस ने एक दंपत्ति को किडनैप कर सागर पर ले जा रहे किडनैपर्स को 100 किमी तक चेज़ कर पकड़ लिया और दम्पत्ति को उनके चंगुल से छुड़ा लिया. बताया गया है कि किडनैपर्स दम्पत्ति से 70 हजार रुपए की फिरौती मांग रहे थे और इससे भी बड़ी ताज्जुब की बात तो ये है कि दम्पत्ति का अपहरण करने वालों की उम्र 17 से लेकर 28 साल तक है. पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.
रीवा में दिन दहाड़े अपहरण
पुलिस ने बताया कि मामला सोमवार 15 अप्रैल का है. पीड़ित लवकुश तिवारी (26) अपनी पत्नी अंजली तिवारी (21) को मनगवां से ऑटो में बैठकर रीवा रेलवे स्टेशन जा रहा था. उसे कानपुर जाना था. जैसे ही ऑटोसवार कपल दोपहर 12 बजे रीवा सिटी के रतहरा बाईपास पहुंचा तभी पहले से घात लगाए आरोपियों ने उन्हें रोक लिया और दोनों पति-पत्नी को धमकाकर जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया. आरोपी दोनों पति-पत्नी को लेकर बेला की तरफ जाने लगे. बताया गया है कि उनका प्लान रीवा से सागर जाने का था. बदमाश कटनी होते हुए सागर जाने वाले थे.
पुलिस को कैसे पता चला?
जिस ऑटो में सवार होकर लवकुश और अंजली रीवा रेलवे स्टेशन आ रहे थे, उसका चालक मनगवां का ही रहने वाला था जिसके पास दम्पत्ति के परिजनों का नंबर था. उसने कपल के किडनैप होने की जानकारी पहले उनके परिवार को दी और घर वालों ने समान थाना को घटना से अवगत करवाया.
मामले की गंभीरता को समझते हुए सामान थाना प्रभारी जेपी पटेल एक्टिव हुए और किडनैप आरोपियों के मोबाइल नंबर को ट्रेस में डाल दिया. रीवा साइबर सेल को बेला (सतना) की लोकेशन मिली. इसके बाद रीवा SP को घटना की जानकारी दी गई. रीवा एसपी ने सतना एसपी को किडनैपर्स की लोकेशन के बारे में बताया. इसके आलावा अमरपाटन, मैहर पुलिस को भी सूचना भेजी गई, अमदरा पुलिस ने घेराबंदी की लेकिन कोई आरोपियों को पकड़ नहीं पाया.
70,000 फिरौती मांग रहे थे
पीड़ित दम्पत्ति के परिवार वालों ने बतया कि किडनैपर्स ने उनके नंबर पर कॉल कर 70,000 रुपए की फिरौती की मांग कर रहे थे. घर वालों के पास ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने की कोई सुविधा नहीं थी. लेकिन आरोपियों ने यहीं बहुत बड़ी गलती कर दी. उन्होंने अपने नंबर से उन्हें कॉल किया जिसे पुलिस ने ट्रेस कर लिया
सामान पुलिस ने 100 किमी चेज़ किया
अन्य इलाकों के पुलिस थानों से इसे दूसरे थाना का मामला बताकर टालने की कोशिश की, लेकिन रीवा की सामान थाना पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन को ट्रेस करते हुए उनका पीछा करना शुरू किया. आरोपी दम्पत्ति को ब्लैक कलर की नेक्सॉन कार से लेकर जा रहे थे. करीब 100 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया और दम्पत्ति को उनके चंगुल से छुड़ा लिया.
फिर क्या हुआ?
पुलिस ने बताया कि लवकुश और अंजली मनगवां के साहेबा थाना क्षेत्र के निवासी हैं. जो 15 मई को ऑटो से रीवा रेलवे स्टेशन जा रहे थे. उन्हें कानपुर वाली ट्रेन पकड़नी थी. तभी पहले से किडनैपिंग का प्लान बनाकर बैठे आरोपियों ने उन्हें रतहरा बाईपास में रोक लिया.
7 में से 5 आरोपी पकड़ाए जिनमे से एक नाबालिग है
पुलिस ने किडनैपिंग करने वाले पांचों आरोपियों को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में मालूम हुआ कि एक आरोपी नाबालिग है. बताया गया है कि आरोपियों के नाम हषवर्धन सिंह पुत्र विजय सिंह 24 वर्ष रतहरा वार्ड निवासी रतहरा, अमन मिश्रा पुत्र नागेन्द्र कुमार 21 वर्ष निवासी रतहरा, आदित्य विक्रय सिंह पुत्र धीरेन्द्र सिंह 19 वर्ष निवासी रामनई रायपुर कर्चुलियान, पंकज शर्मा पुत्र रामदास 28 वर्ष निवासी बांसघाट और एक नाबालिग है. रिपोर्ट्स के अनुसार किडनैपर्स की संख्या 7 थी जिनमे से दो आरोपी बेला में ही उतरकर फरार हो गए हैं. जिनकी तलाश जारी है.
कहा जा रहा है कि इस अपहरण के पीछे का असली मकसद सिर्फ 70,000 रुपए की फिरौती नहीं है. जाहिर सी बात है कि इतनी कम रकम के लिए 7 किडनैपर्स इतना बड़ा रिस्क नहीं लेते. हालांकि इस घटना का असली मकसद जानने के लिए पुलिस पूछताछ कर रही है.