कोटा से रीवा पहुंचे बच्चे, ख़ुशी का ठिकाना नहीं, जांच के बाद Home Quarantine हुए
रीवा. आखिरकर राजस्थान के कोटा में लॉकडाउन के कारण फंसे बच्चे रीवा आ गए. घर पहुंचने पर बच्चों का ख़ुशी का ठिकाना नहीं था. रीवा पहुँचते ही पहले
रीवा. आखिरकर राजस्थान के कोटा में लॉकडाउन के कारण फंसे बच्चे रीवा आ गए. घर पहुंचने पर बच्चों का ख़ुशी का ठिकाना नहीं था. रीवा पहुँचते ही पहले इन सभी बच्चों की जांच की गई, इसके बाद सभी को Home Quarantine कर दिया गया.
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बता दें राजस्थान के कोटा में लॉक डाउन के कारण फंसे बच्चों को पुलिस टीम रीवा लेकर आई है. बसों में बच्चों के साथ कुछ अभिभावक भी आए है जो वहां फंसे हुए थे. दहशत और खौफ के साए में जी रहे बच्चे जब रीवा पहुंचे तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा. राजस्थान के कोटा में प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ रीवा के भी करीब साढ़े तीन सौ बच्चे फंसे हुए थे. इन बच्चों को वापस लाने के लिए तीन दिन पूर्व पन्द्रह पुलिसकर्मियों की टीम रीवा से रवाना हुई थी.
बुधवार को शिवपुरी में ही बसों को रोका गया था जहां से देर रात वे रीवा के लिए रवाना हुई. गुरुवार की दोपहर करीब 11 बसों में 272 बच्चों को रीवा लाया गया है. इन बच्चों को रोकने के लिए प्रशासन ने माडल स्कूल और इंजीनियरिंग कालेज में व्यवस्था की गई थी. वहीं उनको लेने आए अभिभावकों को स्टेडियम ग्राऊंड में रोका गया था. इस दौरान एसडीएम फरहीन खान, सीएसपी शिवेन्द्र सिंह समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा. सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए बच्चों के लिए दूर-दूर टेंट लगवाए गए थे.
दरअसल ये बच्चे एक माह से कोटा में फंसे हुए थे और अपने घर लौटने का कोई रास्ता उन्हें नजर नहीं आ रहा था. फलस्वरूप इन्होंने शासन स्तर पर अपनी समस्या बताई और बाद में सरकार ने पूरे प्रदेश के बच्चों को अपने गृह जिले वापस लाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई. सभी बच्चों को घर वालों को सौंप दिया गया है. जिन बच्चों के माता पिता नहीं आए थे उनको प्रशासन ने खुद घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई .
Home Quarantine का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
जिन बच्चों को कोटा से लाया गया है वे सभी चौदह दिनों तक होम कोरेंटाइन में रखे जायेंगे. उनके घर वालों को चौदह दिनों तक बच्चों को घर के अंदर ही रखने की हिदायत दी गई है. इतना ही नहीं बच्चों पर लगातार पुुलिस, नगर निगम सहित अन्य विभागों के कर्मचारी नजर भी रखेंगे ताकि वे किसी कीमत पर घर से बाहर न निकले. यदि कोई बच्चा प्रशासन के आदेशों के विपरीत होम कोरेंटाइन का उल्लंघन करता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.