Chandrayaan-3 की टीम में शामिल हैं रीवा से नाता रखने वाले दो वैज्ञानिक! एक बेटा तो दूसरा दामाद
Chandrayaan-3 Rewa Scientist: ISRO द्वारा लॉन्च चंद्रयान 3 मिशन में रीवा का टैलेंट शामिल है
Rewa's Scientist In Chandrayaan-3: जुलाई 14 की तारीख भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखी जाएगी जो आने वाले भविष्य को स्वर्णिम करेगी। 14 जुलाई दोपहर 2:35 बजे श्रीहरिकोटा में मौजूद सतीश धवन स्पेस स्टेशन से ISRO ने अपना चंद्रयान-3 लॉन्च किया। पूरे देश ने Chandrayaan-3 की सफलता का जश्न मनाया मगर मध्य प्रदेश के रीवा जिले में रहने वालों को डबल ख़ुशी मिली। बता दें कि चंद्रयान-3 मिशन में रीवा का भी टैलेंट शामिल है. वैज्ञानिकों की टीम में एक रीवा का बेटा है तो दूसरा रीवा का दामाद।
चंद्रयान-3 मिशन में वैज्ञानिकों की टीम में रीवा जिले के रहने वाले वैज्ञानिक तरुण सिंह और नेहरू नगर में रहने वाले शुक्ला परिवार के दामाद ओम पांडे की अहम् भूमिका रही है. ख़ुशी की बात ये है कि ISRO की इस उपलब्धि में रीवा के होनहारों का भी योगदान रहा है.
चंद्रयान-3 में रीवा के तरुण सिंह की अहम भूमिका
रीवा जिले के नईगढ़ी हटौरा से ताल्लुख रखने वाले ISRO सीनियर साइंटिस्ट तरुण सिंह बघेल Moon Mission का हिस्सा हैं. वे दिलराज सिंह बघेल के बेटे हैं. तरुण Chandrayaan-3 प्रोजेक्ट में पिछले 4 सालों से काम कर रहे हैं. उन्हें इस मिशन में पेलोड क्वालिटी इंश्योरेंस की जिम्मेदारी सौंपी गई है. यानी Moon Rover में लगे कैमरा और सेंसर्स द्वारा भेजे गए डेटा को हैंडल करने का काम तरुण ही कर रहे हैं.
रीवा के दामाद ओम पांडे पर इस मिशन की जिम्मेदारी
चंद्रयान मिशन में रीवा शहर के नहरू नगर में रहने वाले हरिश्चन्द्र शुक्ला के दामाद ओम पांडे भी हिस्सा हैं. हरिश्चन्द्र शुक्ला की बेटी शिखा पाण्डेय का विवाह इसरो वैज्ञानिक ओम पाण्डेय के साथ हुआ है। ओम पांडे IIT K से पासआउट हैं और गोल्ड मेडलिस्ट हैं. वह इस मिशन में मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी निभा रहे हैं.
जब चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग हो रही थी तब दोनों वैज्ञानिकों के परिवार इसे लाइव देख रहे थे. मिशन की सफलता की ख़ुशी इस दोनों परिवारों को सबसे ज्यादा है.