3000 रूपए की रिश्वत लेने के लिए ऑफिस के समय के बाद रीवा कलेक्ट्रेट ऑफिस बुलाया, लोकायुक्त टीम ने दबोचा

3000 रूपए की रिश्वत लेते कलेक्ट्रेट के बाबू आशुतोष मिश्रा को लोकायुक्त की टीम ने पकड़ा.

Update: 2022-08-26 04:46 GMT

Rewa: इन दिनों तेजी से लोकायुक्त टीम (Rewa Lokayukta Team) रिश्वतखोर को दबोच रही है. मामला रीवा जिले के कलेक्ट्रेट कार्यालय का है. जानकारी के मुताबिक कलेक्ट्रेट में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 आशुतोष मिश्रा। मनीष कुमार प्रजापति निवासी बेलवा बड़गैयान से रिश्वत के तौर पर ₹3000 रूपए की मांग की थी. पीड़ित ने पहले ही लोकायुक्त से शिकायत कर दी थी.

लोकायुक्त के प्लान के अनुसार सहायक ग्रेड 3 आशुतोष मिश्रा को रंगे हाथों पकड़ा था. बताया जाता है कि आशुतोष मिश्रा ने मनीष कुमार प्रजापति को पैसा लेने के उस समय बुलाया जाए ऑफिस का समय खत्म हो गया था.

कलेक्ट्रेट के सारे अधिकारी और कर्मचारी जा चुके थे. और सहायक ग्रेड 3 कर्मचारी आलोक मिश्रा रिश्वत के इंतजार में मनीष कुमार प्रजापति का इंतजार कर रहे थे. शिकायतकर्ता मनीष ने बताया था कि उन्होंने 23 जून को कलेक्ट्रेट कार्यालय में विवाह प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया था.

लेकिन विवाह प्रमाण पत्र बनाना इतना आसान कहा था. बताया जाता है कि बाबू आशुतोष मिश्रा ने पीड़िता की मां की थी. साथ ही यह भी कहा था कि अगर उन्होंने पैसा नहीं दिया तो उनका आवेदन निरस्त हो जाएगा। पीड़ित ने बताया कि उनसे बाबू ने पहले ही ₹1000 रूपए ले लिया था. उसके बाद 3500 रूपए की मांग कर रहे थे.

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