रीवा में बड़ी प्रशासनिक लापरवाही आई सामने, राशि स्वीकृत होने पर भी नहीं बना पुल, घरों में कैद रहने विवश ग्रामीण

Rewa News: रीवा जिले में बड़ी प्रशासनिक लापरवाही प्रकाश में आई है। राशि स्वीकृत होने के बावजूद पुल व सड़क का निर्माण नहीं हो सका। जिससे बारिश के दिनों में ग्रामीणों को आवागमन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

Update: 2023-07-13 07:48 GMT

रीवा जिले में बड़ी प्रशासनिक लापरवाही प्रकाश में आई है। राशि स्वीकृत होने के बावजूद पुल व सड़क का निर्माण नहीं हो सका। जिससे बारिश के दिनों में ग्रामीणों को आवागमन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। पुल नहीं बनने से बारिश का पानी उनके लिए समस्या बन जाएगी और वह घरों में कैद रहने के लिए मजबूर होंगे। बारिश के दिनों में लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार करने को विवश हैं। मामला जवा तहसील के गाढ़ा 138 गांव के खटिकान टोला का है।

ढाई करोड़ रुपए की लागत से बनना था पुल और सड़क

जवा तहसील के ग्राम गाढ़ा 138 के खटिकान टोला में तीन ओर से नाला है जबकि एक तरफ बड़ी नदी गुजरती है। ऐसे में बारिश के दिनों में जब नदी और नाले उफान पर आ जाते हैं तो आवागमन के रास्ते बंद हो जाते हैं। ऐसे में पुल का निर्माण कार्य कराया जाना बेहद आवश्यक था। ग्रामीणों का कहना है कि खटिकान टोला के लोग बारिश के दिनों में चार माह के लिए अपने घरों में कैद हो जाते हैं। वह बाहर जाना भी चाहें तो नहीं निकल पाते क्योंकि नदी और नाले उफान पर आ जाते हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लगातार मांग के बाद शासन स्तर से पुल और सड़क निर्माण के लिए ढाई करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई किंतु निर्माण कार्य नहीं हो सका। ऐसे में ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है।

मिट्टी का ढेर डालकर छोड़ दिया काम

स्थानीय रहवासियों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार द्वारा कई जगह मिट्टी के ढेर डालकर काम को अधूरा छोड़ दिया गया। सड़क व पुल निर्माण के लिए सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह की मौजूदगी में 12 फरवरी 2023 को भूमिपूजन किया गया था। जिसमें 2.20 किलोमीटर की सड़क व पुल का निर्माण शामिल था। इस दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष जवा पुष्पराज सिंह, सरपंच गाढ़ा इंद्रलाल मांझी, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ संविदाकार रमेश तिवारी भी मौजूद थे।

जनसुनवाई में भी की गई शिकायत

खटिकान टोला में पुल व सड़क निर्माण नहीं होने की शिकायत स्थानीय रहवासियों ने मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई में भी की। स्थानीय रहवासी धरेश सोनकर के साथ एक दर्जन ग्रामीण 11 जुलाई को जनसुनवाई के दौरान अपनी समस्या लेकर पहुंचे। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सड़क और पुल निर्माण की राशि निकाल ली गई है जबकि कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। उनका कहना था कि अधूरा कार्य छोड़कर ठेकेदार फरार है। अब बारिश के दिनों में लोगों का आवागमन ठप सा हो जाएगा। नदी, नाले उफान पर आ जाने से लोगों को जहां अस्पताल पहुंचने में काफी समस्या होगी तो वहीं बच्चे स्कूल भी नहीं जा सकेंगे।

Tags:    

Similar News