रीवा: न्यायालय से दोषमुक्त हुए आप नेता प्रमोद शर्मा, फिर पार्टी की जिम्मेदारी सम्हालने लिखा पत्र
Rewa MP News: आम आदमी पार्टी के ग्रामीण अध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने फिर पार्टी की जिम्मेदारी सम्हालने लिखा पत्र
Rewa MP News: आम आदमी पाटी के रीवा ग्रामीण अघ्यक्ष प्रमोद शर्मा को न्यायालय ने चेकबाउंस के मामले दोष मुक्त कर दिया है। जिसके बाद शर्मा और उनके समर्थको में खुशी की लहर दौड़ गई है। वही प्रमोद शर्मा ने पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों को इससे अवगत कराते हुए पुनः पार्टी के काम को शुरू करने के लिए पत्र लिखे है।
प्रदेश अध्यक्ष को लिखा पत्र
प्रमोद शर्मा ने न्यायायल का फैसला आने के बाद आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पंकज सिंह को पत्र लिखे है। पत्र के अंश कुछ इस तरह से कि उपरोक्त विषय मे मेरा कहना है कि मैं 2010 का इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्यता से लेकर आप पार्टी के संस्थापक सदस्य बनते हुए पहले प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में भोपाल में गांधी भवन में वोट करके पहले अध्यक्ष को देने की प्रक्रिया में शामिल रहा।
छोड़ी थी नौकरी
पत्र में उन्होने बताया है कि मैं जॉब में था अतः पहली कार्यकारणी में शामिल न होते हुए पार्टी के सक्रिय सदस्य के रूप में रीवा जिले में ही पार्टी के प्रचार- प्रसार में व हर कार्यक्रम में हिस्सा लेता रहा। 2016 में मुझे वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष ने सेमरिया विधानसभा की जिम्मेदारी सम्हाले और मैंने अपनी जॉब तब छोड़ी और 2018 में विधानसभा भी लड़ा।
रीवा जिले में लगातार आम आदमी पार्टी के लिए आप के द्वारा जिला अध्यक्ष ग्रामीण का दायित्व देने के बाद से आज तक सफलता पूर्वक पार्टी की रीति-नीति से रीवा जिले के राजनीतिक गलियारों और प्रशासनिक अमले के सामने जनता के लिए संघर्ष करता रहा।
यह था मामला
प्रमोद शर्मा ने बताया है कि मेरे नौकरी के समय के एक मित्र को खाली चेक हस्ताक्षर करके देने की गलती पे मित्र द्वारा गलत रकम भरने की लड़ाई समझौता की बात न मानने पे निचली अदालत में हार गया था । जिसकी अपील उच्च न्यायालय में किया गया था। जिसमें मैं दोष मुक्त प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश महोदय सीधी श्री विवेक कुमार सिंह के न्यायालय द्वारा दाण्डिक अपील क्रमांक 112/22 में दोषमुक्त आज दिनांक को घोषित किया जा चुका हूं। अतः मेरा निलंबित दोष मुक्त अवधि तक के लिए हुए था। श्री शर्मा ने कंहा है कि दोषमुक्त के बाद आप सभी के अनुमाति से अपनी भूमिका जिला अध्यक्ष ग्रामीण के रूप में निभाता रहूंगा।