APSU में मनाया गया दसवां दीक्षांत समारोह, 2 मानद उपाधि, 70 गोल्ड मेडल और 149 लोगों को दी गई डिग्री
Rewa News: अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में सोमवार को दसवां दीक्षांत समारोह मनाया गया।
रीवा- अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में सोमवार को दसवां दीक्षांत समारोह मनाया गया। इस अवसर पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल द्वारा विज्ञान और समाज सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने वाले दो विभूतियों को मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उनके द्वारा 70 गोल्ड मेडल, 149 डिग्री विद्यार्थियों को दी गई। गौरतलब है कि कार्यक्रम में राज्पाल मंगूभाई पटेल के अलावा, उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव, स्वामी परमानंद सरस्वती, विवि कुलपति प्रो. राजकुमार अचार्य, कुलसचिव डा. सुरेन्द्र सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
सत्य बोले धर्म का आचरण करे
राज्यपाल ने कार्यक्रम में विद्यार्थियों को कहा कि शपथ लेना एक बात है उसका जीवन भर पालन करना दूसरी बात। प्रयास करना चाहिए कि हम लिए गए शपथ का हमेशा पालन करे। हमेशा सत्य बोलें, धर्म का आचरण करे। जब हम ऐसा करने में कामयाब हो जाएंगे वहीं हमारी सफलता होगी।
परमयोगी बने
मुख्य अतिथि स्वामी परमानंद ने कहा कि शिक्षा दो प्रकार की होती है। एक तो वह जो हमें जीविका सिखाती है, दूसरी वह जो हमें जीना सिखाती है। हमें दोने ही विद्याओं में महारत हासिल करना चाहिए। व्यक्ति को परमयोगी बनना चाहिए। गीता के छठवें अध्याय में योग के बारे में बताया गया है। व्यक्ति को परमयोगी बनना चाहिए। परमयोगी वह है जो कि दूसरे के दुख में दुखी और सुख में सुखी है। आज तो देखने में आया है कि दूसरे के सुख में लोग दुखी होते हैं। इस विचार और भावना को बदलने की जरूरत है।
बदलेगी शिक्षा व्यवस्था
उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि हमारी शिक्षा पद्धति काफी पुरानी है। इसे बदलने की जरूरत है। इसे बदल भी दिया गया है। इसके सकरात्मक परिणाम हमें आने वाले कुछ सालों में देखने को मिलेंगे। नई शिक्षा नीति में हम हर कोर्स को ला रहे हैं। शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो कि रोजगार के अवसर तो दे ही साथ ही व्यक्ति को जीना सिखाए, विद्यार्थी के ज्ञान में वृद्धि करे। ऐसा हमें आने वाले समय में देखने को मिलेगा।
इन्हें दी गई मानद उपाधि
विज्ञान में क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले वॉइस एडमीरल दिनेश त्रिपाठी और समाज सेवा के क्षेत्र में अपना योगदान देने वाली झांसी की अनुराधा को विवि ने मानद उपाधि देकर सम्मानित किया। इसके अलावा विवि ने विभिन्न संकाय में अव्वल आने वाले 70 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया।