जम्मू में आतंकी हमले को सुरक्षा बल ने किया नाकाम, पुलवामा की बरसी पर थी बड़ी योजना...

जम्मू / Jammu Kashmir : रविवार को जम्मू में आतंकी हमले को सुरक्षा बल ने नाकाम कर दिया है। जम्मू के स्टैंड से सुरक्षाबलों ने करीब 6 किलो

Update: 2021-02-16 06:48 GMT

जम्मू में आतंकी हमले को सुरक्षा बल ने किया नाकाम, पुलवामा की बरसी पर थी बड़ी योजना…

जम्मू / Jammu Kashmir : रविवार को जम्मू में आतंकी हमले को सुरक्षा बल ने नाकाम कर दिया है। जम्मू के स्टैंड से सुरक्षाबलों ने करीब 6 किलो की आईइडी बरामद किया है। सुरक्षाबलों ने पूरे बस स्टैंड पर सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस के मुताबिक, पाकिस्तान के सपोर्ट वाले आतंकी संगठन अल बद्र ने पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर ब्लास्ट की साजिश रची थी।

अलर्ट थी पुलिस

जम्मू पुलिस के आईजी मुकेश सिंह ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि पुलवामा हमले की बरसी पर आतंकी संगठन कुछ बड़ा करने की प्लानिंग कर रहे हैं। इस बार धमाका जम्मू में होना था। जिसके चलते पुलिस तीन दिनों से अलर्ट थी। पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही थी।

सोहेल के गिरफ्तारी से मिली सफलता

आईजी ने बताया कि शनिवार रात हमने गश्त के दौरान सोहेल नाम के शख्स को गिरफ्तार किया। उसके बैग से 6-6.5 किलो की आईई्रडी बरामद हुई। यह एक्टिव नहीं थी। सोहेल ने बताया कि वह चंडीगढ़ में पढ़ता है। वह पाकिस्तान में मौजूद अल बद्र के निर्देश पर आईईडी प्लांट करने आया था।

यहां लगानी थी आईईडी

पुलिस के मुताबिक, सोहेल को आईईडी प्लांट करने के लिए 3-4 टारगेट दिए गए थे। उसे रघुनाथ मंदिर, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और लखदाता बाजार में से किसी एक जगह विस्फोटक रखना था। इसके बाद वह फ्लाइट से श्रीनगर चला जाता। वहां अल बद्र का अख्तर शकील खान नाम का एक ग्राउंड वर्कर उसे रिसीव करता। इसके बाद सोहेल उसके साथ एक्टिव हो जाता।

इनकी भी हुई गिरफ्तारी

पुलिस के मुताबिक इस साजिश की जानकारी चंडीगढ़ के एक युवक काजी वसीम को थी। उसे भी पकड़ लिया गया है। आतंकियों के एक और साथी आबिद नबी को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा शनिवार देर रात सांबा के झांग से 6 पिस्टल और 15 छोटे आईईडी भी बरामद किए गए हैं। इसकी जांच जारी है।

पुलवामा में हुआ था हमला

दो वर्ष पूर्व 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने सीआरपीएफ के जवानों के काफिले पर हमला कर दिया था। इसमें एक बस को बम से उड़ा दिया था। हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले को जैश ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर अंजाम दिया था। एनआईए ने 19 लोगों को इस हमले की साजिश रचने का आरोपी बनाया था, जिनमें से 6 को सेना ने मुठभेड़ में मार गिराया था।

भारतीय सेना ने ऐसे लिया था बदला

पुलवामा ( pulwama attack ) हमले के 12 दिन के अंदर ही इंडियन एयरफोर्स ने शहीद जवानों का बदला लिया था। एयरफोर्स ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। दावा है कि इस कार्रवाई में 300 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे।

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