अलविदा कैप्टन: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की भोपाल में अंत्येष्टि आज
भारतीय एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अंतिम संस्कार आज शुक्रवार सुबह 11 बजे बैरागढ़ के श्मशान घाट में किया जाएगा.
तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सीडीएस के हेलीकॉप्टर हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही एकलौते ऐसे शख्स थें जो जिन्दा बचे थें. उनका इलाज बैंगलुरु में चल रहा था, लेकिन इलाज के आठवें दिन वे जिंदगी की जंग हार गए और उनका निधन हो गया. भारतीय एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पार्थिव शरीर की अंत्येष्टि आज शुक्रवार सुबह 11 बजे भोपाल में बैरागढ़ के श्मशान घाट में किया जाएगा. सेना के थ्री-ईएमई सेंटर स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल से सुबह करीब 10 बजे अंतिम यात्रा शुरू होगी और सुबह 11 बजे बैरागढ़ स्थित यथाशक्ति विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार होगा.
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर सेना के प्लेन से गुरुवार को भोपाल लाया गया था. यहां मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री-विधायकों ने कैप्टन को श्रद्धांजलि दी थी. यहां से पार्थिव शरीर को सेना के वाहन से भोपाल स्थित सन सिटी कॉलोनी में उनके घर ले जाया गया था.
इसके बाद पार्थिव देह मिलिट्री हॉस्पिटल में बने मोर्चरी हाउस में रख दी गई. तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को CDS बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश में घायल वरुण सिंह का बुधवार को निधन हो गया था. वरुण 7 दिन से बेंगलुरु के अस्पताल में भर्ती थे.
पिता ने कहा था- नहीं चाहते लोग परेशान हों
जिला प्रशासन का प्लान वरुण का अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट पर कराने का था, लेकिन वरुण के पिता के कहने पर अब संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में शुक्रवार सुबह 11 बजे अंतिम संस्कार होगा.
दरअसल, पिता केपी सिंह ने कलेक्टर को बताया था कि अंतिम यात्रा भदभदा ले जाएंगे तो शहर का ट्रैफिक जाम होगा. वह नहीं चाहते के लोग उनके बेटे की वजह से परेशान हों. इसके बाद बैरागढ़ में ही उनका अंतिम संस्कार कराने का निर्णय लिया गया. मिलिट्री हॉस्पिटल से विश्राम घाट की दूरी करीब 1Km है.
परिजन-रिश्तेदार आए
अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए वरुण सिंह के गृह जिले देवरिया (उत्तर प्रदेश) से भी परिवार के लोग भोपाल आ गए हैं. ग्रुप कैप्टन की ससुराल इंदौर में है. ससुराल पक्ष के लोग भी आ गए.
भाई नौसेना में, पिता रिटायर्ड कर्नल
20 साल पहले वरुण सिंह का परिवार भोपाल शिफ्ट हो गया था. सन सिटी कॉलोनी में उनके पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह और मां उमा सिंह रहते हैं. वहीं, वरुण सिंह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ तमिलनाडु के वेलिंगटन में रहते थे. उनके छोटे भाई तनुज नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं. उनकी पोस्टिंग मुंबई में है. गुरुवार को वे वरुण की पार्थिव देह के साथ ही रहे.
2008 में इंदौर आए थे बारात लेकर
वरुण सिंह का ससुराल इंदौर में है. वरुण 20 जनवरी 2008 को इंदौर की गीतांजलि से विवाह सूत्र में बंधे थे. गीतांजलि पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज से BA कर रही थीं, उसी दौरान वरुण से मुलाकात हुई. तब वरुण व परिवार भोपाल में ही रहता था.
अभिनंदन के बैचमेट थे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्तमान के बैचमेट थे. अभिनंदन वर्तमान ने ही 27 फरवरी 2019 को भारत की सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा था. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह डीएसएससी में पदस्थ होने के चलते उनका पूरा परिवार तमिलनाडु में रहता है. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, कांग्रेस नेता और प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे थे.