रीवा: नर्सिंग छात्र संगठन ने मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन, 6 माह की ट्रेनिंग कराए सरकार
रीवा. जिले का नर्सिंग छात्र संगठन एक बार फिर आवाज़ उठाई है। इस बार का मामला नोटिफिकेशन में परिवर्तन का है। दरअसल संगठन ने कंम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) के 3800 पदों के नोटिफिकेशन में परिवर्तन की मांग उठाई है। नर्सिंग छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित कर जिला प्रशासन को तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा है। नर्सिंग छात्रों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने सांकेतिक प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण बीएससी नर्सिंग का वर्ष 2019-20 के फाइनल इयर के छात्रों का रिजल्ट घोषित नहीं किया जा सका है। जिसके कारण एक साल की देरी हो गई।
न्यूनतम योग्यता जीएनएम व बीएससी नर्सिंग की जाए
नर्सिंग छात्रों ने मुख्यमंत्री को संबोधित दिए गए आवेदन में कहा है कि एनएचएम के के द्वारा सीएचओ के पदों पर जारी किए गए नवीन नोटिफिकेशन में कई त्रुटियां हैं। जिसमें पहली त्रुटि एनएचएम की 2020 रुल्सबुक व अन्य राज्यों के भर्ती नियमों के सामान्य सीएचओ के पदों के लिए न्यूनतम योग्यता जीएनएम व बीएससी नर्सिंग की जाए। जिन छात्रों के द्वारा पूर्व में जीएनएम, पोस्ट बीएससी नर्सिंग की जा चुकी है। उन नर्सिंग छात्रों को सीएचओ वैकेंसी के लिए पात्र माना जाए।
पूर्व की भर्तियों की 6 माह की ट्रेनिंग सरकार के द्वारा कराई जाए। छात्रों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि सीएचओ के भर्ती में मध्य प्रदेश के ही छात्रों को मौका दिया जाए और रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया जाए। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष कुंजबिहारी द्विवेदी, लालजी साकेत, आरती सिंह, पल्वी, श्वेता सिंह, मनीष, अनीता, ज्योती, काजल, बृजेन्द्र, अभिनव आदि रहे।