शिक्षा अधिकारी ने कहा फीस की वजह से न तो ऑनलाइन क्लास बंद होगी और न परीक्षा देने से रोका जायेगा..
Jabalpur / जबलपुर । स्कूल फीस (School Fees) न जमा हो पाने से स्कूल संचालक ऑनलाइन क्लास बंद कर रहे हैं। जिससे बच्चो की पढाई पर बुरा असर पड़ रहा है। स्कूलों की फीस देर सवेर तो अभिभावकों को भरनी ही पडेगी लेकिन बच्चों की हो रही आधी अधूरी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। जिसकी जिम्मेदारी आखिर किसकी होगी।
Jabalpur / जबलपुर । स्कूल फीस (School Fees) न जमा हो पाने से स्कूल संचालक ऑनलाइन क्लास बंद कर रहे हैं। जिससे बच्चो की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। स्कूलों की फीस देर सवेर तो अभिभावकों को भरनी ही पडेगी लेकिन बच्चों की हो रही आधी अधूरी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। जिसकी जिम्मेदारी आखिर किसकी होगी।
फीस विवाद मामले पर लगाम लगाने जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी का कहना है कि फीस के चलते छात्र को ऑनलाइन कक्षा या परीक्षा से शामिल होने से नहींं रोका जा सकता है। अगर कोई स्कूल संचालक इस तरह करता है और उसके खिलाफ कार्यालय में शिकायत मिलती है तो उस पर कार्रवाई की जायेगी।
मनमानी कर रहे स्कूल संचालक
कोरोना के आने के बाद फीस को लेकर यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी सरकार और स्कूल शिक्षा विभाग ने विद्यालयों को निर्देश जारी कर चुके हैं। लेकिन इसका ज्यादातर विद्यालय संचालको पर कोई खास अंतर नहीं पड़ रहा है। विद्यालय संचालक अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे है।
क्या है मामला
शांति नगर स्थित सेंट जेवियर निजी स्कूल का फीस का मामला सामने आया है। जिसमें अभिभावक एनके पाण्डे ने बताया कि कोरोना में आर्थिक समस्या के चलते वह विगत तीन माह से फीस नहीं भर पाये। परीक्षा के समय बात की गई और व्यवस्था बनाकर फीस जमा करने के लिए कहा गया। लेकिन विद्यालय प्रबंधन नहीं माना।
सुबह की ऑनलाइन परीक्षा से छात्र को रिमूव कर दिया गया। छात्र ने जब इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी। वही बाद में बात करने के बाद दोपहर की क्लास में परीक्षा में शामिल किया गया।
अभिभावक द्वारा इस मामले की शिकायत जिला शिक्षा कार्यालय में किया जायेगा। जिससे लोगों का परेशानी से राहत मिल सके। वहीं विद्यालय प्रबंधक ने इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर की है।