रीवा की पीड़िता ने आरक्षक पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप: जबलपुर में पदस्थ आरक्षक ने दो शादियां की, पीड़िता ने दर्ज कराई शिकायत; डीएसपी करेंगे जांच

मध्यप्रदेश के रीवा से जबलपुर पहुंची एक युवती ने पुलिस आरक्षक पर धोखाधड़ी और शादी का झूठा दावा करने का आरोप लगाया। डीएसपी को मामले की जांच सौंपी गई है।

Update: 2024-10-18 08:04 GMT

जबलपुर हाईकोर्ट में शादी का झूठा दावा, पीड़िता की शिकायत पर आरक्षक के खिलाफ जांच का आदेश: मध्यप्रदेश के रीवा जिले की एक युवती ने पुलिस विभाग में पदस्थ आरक्षक अजय साकेत पर शादी का झूठा दावा कर 10 साल तक धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने मंगलवार को जबलपुर एसपी कार्यालय पहुंचकर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता का कहना है कि आरक्षक ने उसे शादी का झांसा देकर करीब एक दशक तक संबंध बनाए रखे। उन्होंने नोटरी के माध्यम से शादी का वादा किया, लेकिन बाद में दूसरी महिला से विवाह रचा लिया।

युवती के मुताबिक, वह और अजय एक ही गांव के रहने वाले हैं, और उनकी दोस्ती सरकारी परीक्षा की तैयारी के दौरान हुई थी। 2019 में अजय की पुलिस में नौकरी लगने के बाद भी उनका रिश्ता जारी रहा। अजय ने जबलपुर पोस्टिंग के दौरान युवती से नोटरी के जरिए शादी की, लेकिन कुछ ही समय बाद उसने बात करना बंद कर दिया। अजय के परिवार ने भी उसे नजरअंदाज कर दिया और धमकियां दीं कि वह दोबारा संपर्क न करे।

अजय ने शादी का झूठा वादा कर बनाए संबंध

युवती ने बताया कि नोटरी के जरिए शादी के बाद वह मझौली थाने में अजय के साथ कुछ दिन रही। इस दौरान दोनों ने शारीरिक संबंध बनाए, और अजय ने उसे वादा किया कि जल्द ही रीवा जाकर रजिस्ट्रेशन के माध्यम से शादी को विधिवत मान्यता दिलाएगा। 2020 में अजय ने अचानक से अपना मोबाइल बंद कर लिया, जिसके बाद युवती ने रीवा महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस आरक्षक ने समझौते के लिए हामी भरते हुए शादी का आश्वासन दिया, लेकिन वह अपनी बात से मुकर गया।

परिवार ने शादी को शून्य घोषित करने की मांग की

जब अजय का परिवार रीवा वापस लौटा, तो उन्होंने कुटुम्ब न्यायालय में शादी को शून्य घोषित करने की अर्जी दी। कोर्ट में कहा गया कि दोनों एक ही गांव और जाति से हैं, इसलिए यह शादी मान्य नहीं हो सकती। युवती ने कोर्ट को बताया कि अगर यह शादी मान्य नहीं थी, तो अजय ने नोटरी के जरिए शादी क्यों की? क्यों उसने झूठे वादे किए?

दूसरी शादी की सच्चाई

पीड़िता ने बताया कि मई 2023 में अजय ने सतना की एक अन्य महिला से चोरी-छिपे शादी कर ली। अजय ने पहले हाईकोर्ट में पीड़िता को अपनी पत्नी मानने और साथ रखने का वादा किया था, लेकिन दूसरी शादी के बाद वह अब सतना में अपनी नई पत्नी के साथ रह रहा है।

पुलिस की जांच और शिकायत

पीड़िता के मुताबिक, उसने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। जबलपुर एसपी ने अब इस मामले की जांच डीएसपी को सौंपी है। युवती ने उम्मीद जताई है कि इस बार उसे न्याय मिलेगा और अजय के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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